दिल्ली की इन 9 सीटों पर किसका बिगड़ेगा खेल,वोटर्स की संख्या में आई कमी
दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीटों में से 9 सीटें अल्पसंख्यक बहुल सीटें हैं। 2020 की तुलना में इस साल वोटर्स की संख्या में कमी आई है।
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए तारीख का औपचारिक ऐलान हो चुका है। पांच फरवरी को वोटिंग और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे। सियासी दल अपनी अच्छाइयों और विरोधी दल की खामियों को उजागर कर रहे हैं। इस चुनाव में कुल 1.55 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इस विषय पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी में जमकर तकरार भी हुई थी। मसलन दोनों दलों ने आरोप लगाया वोटर्स के नाम अपने फायदे के हिसाब से जोड़े और काटे जा रहे हैं। इन सबके बीच अल्पसंख्यक (Minority Voters in Delhi और दलित समाज के वोटर्स में कमी आई है। यहां पर हम उन 9 सीटों की बात करेंगे जहां अल्पसंख्यक आबादी अधिक है। आखिर वोटर्स की कमी से किसकी राह में अड़चनें आएंगी।
चुनाव आयोग (Election Commission of India) के आंकड़े के मुताबिक इस दफा वोटर्स में सिर्फ 4.99 फीसद का ही इजाफा हुआ है जबकि साल 2020 में करीब 11 फीसद की बढ़ोतरी हुई थी। दिल्ली की सियासत से जुड़े लोगों के मुताबिक 14 ऐसी सीटें हैं जहां 2020 की तुलना में मतदाताओं की संख्या में कमी आई है। जिसमें दो अनुसूचित जाति समाज के लिए आरक्षित है, इसके साथ ही दिल्ली की 9 विधानसभा सीटों में आठ में 2020 की तुलना में कमी आई है। 2020 में यह इजाफा करीब 12 फीसद, जबकि इस दफा यह इजाफा 6.22 फीसद ही है।
दिल्ली में सदर बाजार (Sadar Bazar Constituency), चांदनी चौक, मटिया महल (Matia Mahal), बल्लीमारान, जंगपुरा, ओखला, सीलमपुर और बाबरपुर (Babarpur) अल्पसंख्यक बहुल इलाके हैं।
- सदर बाजार में 2015 से 2020 के दौरान करीब 11 फीसद वोटर्स बढ़े
- 2020 से 2025 के दौरान सिर्फ 5 फीसद इजाफा
- चांदनी चौक में 2015 से 2020 के दौरान करीब 10 फीसद का इजाफा
- 2020 से 2025 के दौरान महज .43 फीसद की बढ़ोतरी
- जंगपुरा में 2015-2020 में करीब 3 फीसद इजाफा
- 2020-2025 में .99 फीसद की बढ़ोतरी
- सीलमपुर में 2015-2020 में करीब 16 फीसद इजाफा
- 2020-25 में करीब 5 फीसद बढोतरी
- मुस्तफबाद में 2015-2020 में करीब 12 फीसद का इजाफा, 2020-2025 में सिर्फ 10 फीसद
एससी सीटों पर भी असर
इसी तरह दिल्ली में 12 रिजर्व सीट में 2020 में करीब 10 फीसद वोटर्स का इजाफा हुआ था। लेकिन इस दफा यह महज पांच फीसद है। जैसे गोकलपुर में 2020 में करीब 10 फीसद वोटर्स बढ़े थे वहीं 2025 में करीब 1.70 फीसद बढ़े हैं। ऐसे ही त्रिलोकपुरी में साल 2020 में 12 फीसद के करीब वोटर्स बढ़े थे। लेकिन 2025 में यह आंकड़ा 4.16 फीसद है। पटेल नगर में 2020 में 15 फीसद का इजाफा हुआ था। लेकिन इस दफा 1.84 फीसद। मंगोलपुरी में .6 फीसद की कमी आई है।