क्या है 360 पन्नों वाली राजनीति, 11 साल बीत गए AAP ने क्या किया
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क्या है 360 पन्नों वाली राजनीति, '11 साल बीत गए AAP ने क्या किया'

Sandeep Dixit News: कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि अरविंज केजरीवाल जिन 360 पेज के जरिए 2010 से 2013 के दौरान शीला दीक्षित को घेरा था उनका क्या हुआ।


Delhi Assembly Election 2025: 2009 से 2014 के दौरान शासन यूपीए का था जिसकी अगुवाई कांग्रेस कर रही थी। केंद्र में मनमोहन सिंह (Manmohan Singh की सरकार और दिल्ली में शीला दीक्षित सरकार में थीं। यूपीए (UPA 2 Government) का दावा था कि देश तरक्की की राह पर है। लेकिन विपक्ष का कहना था कि चाहे सरकार मनमोहन की हो या शीला दीक्षित (Sheila Dixit) की घोटालों की बहार है। समाचर पत्र भी 2जी स्कैम, कोयला स्कैम, कॉमनवेल्थ गेम्स स्कैम से भरे रहते थे। इन सबके बीच तेजी से एक शख्स अपनी जगह बना रहा था, नाम अरविंद केजरीवाल। केजरीवाल (Arvind Kejriwal) कहा करते थे कि उनके पास भ्रष्टाचार खत्म करने का अचूक तरीका है। जनता ने उनकी बातों पर भरोसा किया और जब वे सियासी रूप में सामने आए तो 2013 के चुनाव में 31 सीटें भी दीं। लेकिन वो संख्या सरकार बनाने के लिए कम थी। लिहाजा जिस कांग्रेस और शीला दीक्षित के भ्रष्टाचार की बात किया करते थे वो सब 2013 में ही बेमानी साबित हुआ जब कांग्रेस (Congress) के साथ मिलकर सरकार बना ली। लेकिन सवाल यह है कि 2013 का जिक्र क्यों किया जा रहा है।

दरअसल कांग्रेस के नेता संदीप दीक्षित नई दिल्ली विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के खिलाफ ताल ठोंक रहे हैं। संदीप दीक्षित, भूतपूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे हैं। बता दें कि आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल अपनी पार्टी बनाने से पहले से ही भ्रष्टाचार के मुद्दे पर निशाना साधते रहते थे। वो कहा करते थे कि उनके पास 360 पन्नों की सबूत है जो कांग्रेस के 15 साल की कारगुजारियों से भरा पड़ा है। 2103 में जब अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस के साथ सरकार बना ली तो विपक्षी सीट पर बैठी बीजेपी केजरीवाल से सवाल पूछने लगी कि शीला दीक्षित (Sheila Dixit) के खिलाफ भ्रष्टाचार के जो सबूत थे वो कहां गए। संदीप दीक्षित ने बीजेपी के कद्दावर नेता विजय कुमार मल्होत्रा का हवाला दिया और बताया कि तब आप के नेता या केजरीवाल ने कहा कि उनके पास अखबारी कतरन है। यानी कि अखबार की कतरनों को ही केजरीवाल ने साक्ष्य बता डाला।

संदीप दीक्षित (Sandeep Dixit) ने कहा कि आज 11 साल बीत चुके हैं और केजरीवाल के एजेंडे से 360 पन्नों के सबूत वाली बात गायब है। भ्रष्टाचार के खिलाफ केजरीवाल की मुहिम की पोल खुल चुकी है। कट्टर ईमानदार वाली इस आप सरकार की सबसे बड़ी खासियत यही है कि केजरीवाल और उनके करीबी मंत्री तिहाड़ी रिटर्न हैं। लेकिन उनकी मां शीला दीक्षित को कभी जेल का सामना नहीं करना पड़ा। इससे साफ है कि आप की मंशा में खोट थई। किसी तरह से सत्ता हासिल करना मकसद। लेकिन झूठ का गुब्बारा फूट चुका है। सच सामने है. दिल्ली की जनता को जितना बरगलाना था आप के नेता कर चुके हैं। 2025 में आप की गाड़ी नदी की बीच धार में डूबने वाली है।

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