दिल्ली में चुनावी सरगर्मी तेज़: कांग्रेस ने आप और भाजपा पर बोला तीखा हमला
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली के कुछ इलाकों में दौरा किया, जहाँ पर जनता की समस्याओं को देखते हुए दिल्ली के पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्री से समस्याओं को लेकर सवाल किया।
Delhi Vidhansabha Election 2025 : आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक गतिविधियां चरम पर हैं। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आज आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए उन्हें राजधानी के बदतर हालात के लिए ज़िम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता बिजली कटौती, गंदे पानी, सीवर की समस्या, और झुग्गी-बस्तियों की खराब स्थिति से त्रस्त है, लेकिन सरकारें केवल वादों तक सीमित हैं।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि उपराज्यपाल विनय कुमार द्वारा दिल्ली के कुछ इलाकों का दौरा करना एक राजनीतिक चाल हो सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में भाजपा और आप दोनों ने जनता की समस्याओं की अनदेखी की है। कांग्रेस ने पिछले 15 वर्षों में जो विकास कार्य किए थे, वे पिछले एक दशक में ध्वस्त हो गए हैं।
दिल्ली न्याय यात्रा का हवाला:
देवेंद्र यादव ने कांग्रेस की "दिल्ली न्याय यात्रा" का जिक्र करते हुए बताया कि इस दौरान उन्होंने 70 विधानसभाओं में 650 किलोमीटर से अधिक का सफर किया और जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को करीब से देखा। उन्होंने कहा, "झुग्गी बस्तियों में लोग बिजली कटौती, गंदगी और टूटी सड़कों के कारण नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। भाजपा और आप ने वादों के सिवा कुछ नहीं किया।"
भ्रष्टाचार और कुशासन का आरोप:
यादव ने ये भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को लंदन और पेरिस बनाने का सपना दिखाकर सत्ता तो हासिल की, लेकिन पिछले 11 सालों में भ्रष्टाचार और कुशासन के कारण दिल्ली का विकास ठप हो गया। उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि झुग्गीवासियों के लिए मकान देने की योजनाएं केवल चुनावी प्रचार तक सीमित हैं।
कांग्रेस को है जनसमर्थन की उम्मीद
देवेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली न्याय यात्रा के दौरान जनता का अपार समर्थन मिला है। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले चुनावों में कांग्रेस मजबूती से उभरेगी। उन्होंने कहा, "हम गरीबों, मजदूरों, रेहड़ी-पटरी वालों और अन्य वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहेंगे।"
आगामी चुनावों में कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा और आप के बीच कड़ी टक्कर की संभावना है। राजधानी में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी पार्टी जनता का विश्वास जीतने में सफल होती है।
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