IAS आशीष कुमार सिंघल 4 बार मिली असफलता के बाद पास कर पाए थे यूपीएससी की परीक्षा
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IAS आशीष कुमार सिंघल 4 बार मिली असफलता के बाद पास कर पाए थे यूपीएससी की परीक्षा

आशीष कुमार सिंघल ने आईआईटी खड़गपुर से अपनी पढ़ाई की थी. चलिए जानते हैं उनके बारें में.


यूपीएससी की परीक्षा के लिए लोग कई घंटो तैयारी करते हैं, लेकिन अफसोस की बात कई लोगों को घंटो पढ़ाई करने के बाद भी सफलता हाथ नहीं लगती. जिसकी वजह से वो यूपीएससी की तैयारी करना छोड़ देते हैं और किसी और फिल्ड में अपना करियर बना लेते हैं. लेकिन कुछ बच्चे ऐसे भी है जो बार असफल होने के बावजूद भी हार नहीं मानते और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते चले जाते हैं. ऐसी ही एक सक्सेस स्टोरी है IAS आशीष कुमार सिंघल की जिन्होंने 4 असफल प्रयासों के बाद यूपीएससी की परीक्षा पास की.

जयपुर के रहने वाले आशीष कुमार सिंघल ने देश की दो सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में सफलता हासिल की है. पहले उन्होंने आईआईटी में एंट्री पाने के लिए जेईई परीक्षा पास की और फिर उसके बाद यूपीएससी की परीक्षा पास कर सरकारी नौकरी का सपना पूरा किया. सिविल सेवा परीक्षा पास करने में उन्हें कई साल लग गए, लेकिन अब वो एक आईएएस अधिकारी हैं. आशीष कुमार सिंघल की यूपीएससी सफलता की यात्रा काफी दिलचस्प है. आशीष कुमार सिंघल आईआईटी के टॉपर भी रह चुके हैं. इसके बावजूद उन्हें सिविल सेवा परीक्षा में बार-बार असफलता का सामना करना पड़ा था.

आशीष ने आईआईटी खड़गपुर से की थी. अपनी पढ़ाई के बाद उन्होंने हरियाणा के गुरुग्राम में एक कंपनी में नौकरी भी की थी. अपनी अच्छी तनख्वाह वाली नौकरी के बावजूद उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए नौकरी छोड़ने और जयपुर लौटने का फैसला किया. आशीष ने घर से ही देश की सबसे कठिन परीक्षा की तैयारी करने का विकल्प चुना था.

आशीष के पिता, रमेश चंद्र अग्रवाल, एक सरकारी स्कूल में पढ़ाते थे और उनकी मां सुधा अग्रवाल घर चलाती थी. साल 2019 में यूपीएससी परीक्षा में अपने पहले प्रयास में आशीष असफल हो गए. साल 2020 में वो प्रीलिम्स क्लियर नहीं कर सके. फिर उसके बाद साल 2021 में उन्होंने फिर से परीक्षा दी, लेकिन एक बार फिस असफल रहे. इसके बावजूद आशीष ने हार नहीं मानी. अपने माता-पिता के अटूट समर्थन से उन्होंने साल 2022 में फिर से परीक्षा दी, लेकिन दुर्भाग्य से वो फिर असफल हो गए.

आईएएस अधिकारी आशीष कुमार सिंघल ने अपने चार असफल प्रयासों के बाद अपनी गलतियों का सुधारा. यूपीएससी परीक्षा 2023 में उन्होंने अब तक की अपनी सभी गलतियों से सीखा और एनसीईआरटी और सिलेबस रिवीजन पर अपना फोकस दोगुना किया. इस तरह उन्होंने साल 2023 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 8वीं रैंक के साथ पास की और एक सरकारी ऑफिसर बन गए.

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