
मैकेनिक की बेटी बनी IAS अफसर, Rena Jamil की कहानी है काफी प्रेरणादायक
Mechanic daughter became an IAS officer Rena Jamil story is very inspiring
IAS रेना जमील की कहानी उन लाखों छात्रों के लिए प्रेरणा है जो कठिनाइयों के बावजूद अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं. उनके पिता एक मैकेनिक थे और मां सिर्फ आठवीं तक पढ़ी थीं. रेना ने सरकारी स्कूल में पढ़ाई की और कड़ी मेहनत के बाद UPSC परीक्षा पास कर IAS अधिकारी बनीं.
शुरुआत कहां से हुई?
रेना जमील का जन्म 25 दिसंबर 1988 को झारखंड के धनबाद जिले के एक छोटे से गांव छाताबाद में हुआ. उनका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई उर्दू माध्यम के सरकारी स्कूल में की, जहां उनकी मां ने भी कभी पढ़ाई की थी. उनके पिता मोहम्मद जमील अंसारी मैकेनिकल फिट्टर के तौर पर काम करते थे और उनकी मां नसीम आरा एक गृहिणी थीं.
बचपन में आर्थिक तंगी के बावजूद रेना ने पढ़ाई नहीं छोड़ी. उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद जूलॉजी में मास्टर्स किया और कॉलेज में टॉप किया. इसके बाद उन्होंने फॉरेस्ट सर्विस की तैयारी शुरू की, लेकिन इस दौरान उनके बड़े भाई ने उन्हें UPSC CSE की तैयारी के लिए प्रेरित किया. साल 2014 में पहली बार उन्होंने UPSC की परीक्षा दी लेकिन सफल नहीं हो पाईं. फिर उसके बाद साल 2015 में दूसरी बार परीक्षा पास की, लेकिन रैंक 882 आई, जिससे उन्हें इंडियन इंफॉर्मेशन सर्विस (IIS) मिली. साल 2017 में तीसरे प्रयास में प्रीलिम्स पास नहीं कर पाईं. साल 2018 में चौथी बार परीक्षा दी, इस बार उन्होंने नौकरी से छुट्टी ली और पूरी मेहनत से तैयारी की. इस बार उन्हें 380 रैंक मिली और वह IAS अधिकारी बन गईं.
साल 2019 में उन्हें छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया. बाद में वो वहीं SDM भी बनीं. उनके पति रियाज़ अहमद भी 2019 बैच के IAS अधिकारी हैं. उन्हें मां से प्रेरणा मिली थी. रेना कहती हैं कि उनकी मां उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा रही हैं. मां ने हमेशा कहा, मैं भले ही कुछ नहीं कर सकी, लेकिन तुम अपने पैरों पर खड़ी होओ, शादी से पहले कुछ बनो और अपने सपनों को पूरा करो.