कमाल की है मीना नाइक की कामयाबी, पहले अटेम्प्ट में ही क्लियर किया यूपीएससी एग्जाम
स्वाति मीना नाइक साल 2008 के बैच की अधिकारी हैं. स्वाति मीना मध्य प्रदेश में सीकर की रहने वाली हैं. उन्होंने साल 2007 में यूपीएससी सिविल सेवा की परीक्षा अच्छे नंबर से पास की थी.
देश में यूपीएससी सिविस सेवा की परीक्षा पास करना कठिन परिक्षाओं में से एक है. ऐसा माना जाता है कि इस परीक्षा को क्लियर करने के लिए काफी मेहनत की आवश्यकता होती है. इस परीक्षा में बैठने के लिए हर साल 8 से 8 लाख लोग शामिल होते हैं, जिसमें से कुछ ही यानी लगभग 800 लोग अपनी जगह बना पाते हैं. लेकिन इस सख्यां में ऐसे लोग भी होते हैं जो तीन-चार प्रयास के बाद इस सूची में जगह बनाने में कामयाब हो पाते हैं.
इसी के साथ कुछ उम्मीदवार ऐसे होते हैं जो पहले ही अटेम्प्ट में अपनी जगह बना लेते हैं. वहीं पहले अटेम्प्ट में परीक्षा पास करने वाली लिस्ट में आईएएस स्वाति मीना नाइक का नाम शामिल है, जिन्होंने सिर्फ 22 साल की उम्र में यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली थी. स्वाति मीना नाइक ने अपने पहले प्रयास में भारतीय रैंक (एआईआर) 260 पाई थी. आपको बता दें, स्वाति मीना नाइक अपने बैच में सबसे कम उम्र वाली आईएएस अधिकारी हैं.
आईएएस स्वाति मीना नाइक ने अपने स्कूल की पढ़ाई अजमेर से की थी. फिर उसके बाद उन्होंने अजमेर के ही सोफिया गर्ल्स कॉलेज से अपनी कॉलेज की डिग्री ली थी. उनके परिवार में स्वाति मीना नाइक की एक छोटी वहन भी हैं. छोटी बहन साल 2011 में आईएएफ अधिकारी बनी थीं. स्वाति मीना नाइक के पिता आरएएस राजस्थान प्रशासनिक सेवा में अधिकारी हैं. उनकी मां डॉ. सरोज मीना एक पेट्रोल पंप चलाती थीं. एक इंटरव्यू में स्वाति ने कहा था कि, उनकी मां उन्हें डॉक्टर बनता देखना चाहती थीं.
उन्होंने आगे बताया कि, जब मैं आठवीं क्लास में थीं, तो मेरी मौसी अफसर बन थीं. मैं उनके जैसे सी अफसर बनना चाहती थी. उसके बाद मैं तब ही फैसला कर लिया था कि मैं परीक्षा देकर अफरस बनूगी. यूपीएससी की तैयारी करूगी. उनकी यूपीएससी की तैयारी में उनके पिता ने बहुत मदद की थी. आपको बता दें, इन दिनों केंद्र सरकार द्वारा पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के तहत पेयजल और स्वच्छता विभाग के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था.