
अब NCERT की स्कूल पुस्तकों में शामिल हुआ ऑपरेशन सिंदूर, विशेष मॉड्यूल जारी
NCERT की किताब में ऑपरेशन सिंदूर के दो मॉड्यूल तैयार किए गए हैं, कक्षा 3 से 8 के लिए और कक्षा 9 से 12 के लिए
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष मॉड्यूल जारी किए हैं, जिन्हें कक्षा 3 से 12 तक के छात्रों को पढ़ाया जाएगा।
PTI रिपोर्ट के अनुसार, मॉड्यूल में कहा गया है कि ऑपरेशन सिंदूर “सिर्फ एक सैन्य अभियान नहीं था, बल्कि शांति की रक्षा करने और शहीदों के जीवन का सम्मान करने का एक वादा था।”
मॉड्यूल में पाकिस्तान की संलिप्तता का भी उल्लेख किया गया है। इसमें लिखा है, “पाकिस्तान ने पहलगाम आतंकी हमले में किसी भी तरह की भूमिका से इनकार किया था, लेकिन यह हमला उसकी सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व के आदेश पर किया गया था।”
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दो मॉड्यूल तैयार किए गए हैं:
पहला, कक्षा 3 से 8 के लिए: “ऑपरेशन सिंदूर—एक वीरता की गाथा”
दूसरा, कक्षा 9 से 12 के लिए: “ऑपरेशन सिंदूर—सम्मान और साहस का मिशन”
पिछले हफ्ते ही एनसीईआरटी ने “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” पर एक और विशेष मॉड्यूल जारी किया था, जिसमें “विभाजन के दोषियों” का जिक्र किया गया था। इस मॉड्यूल के एक उद्धरण ने कांग्रेस और बीजेपी के बीच विवाद खड़ा कर दिया। इसमें कहा गया था कि विभाजन तीन व्यक्तियों के कारण हुआ—“जिन्ना, जिन्होंने इसकी मांग की; कांग्रेस, जिसने इसे स्वीकार किया; और माउंटबेटन, जिन्होंने इसे लागू किया।”
विभाजन मॉड्यूल और ऑपरेशन सिंदूर मॉड्यूल छात्रों को पूरक अध्ययन सामग्री के रूप में उपलब्ध कराए जाएंगे, न कि मुख्य पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगे।
ऑपरेशन सिंदूर क्या था?
ऑपरेशन सिंदूर भारत की ओर से पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में चलाया गया सैन्य अभियान था। 22 अप्रैल को आतंकवादियों के एक समूह ने पहलगाम की बैसारन घाटी में पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग की थी। इस हमले में 25 भारतीय और 1 नेपाली पर्यटक की मौत हो गई थी।
इसके जवाब में, भारतीय सशस्त्र बलों ने मई महीने में पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में आतंकी शिविरों पर लक्षित हमले किए।
इसके बाद भारत और पाकिस्तान आमने-सामने आ गए और दोनों देश लगभग पाँचवें युद्ध के कगार पर पहुँच गए।
चार दिन तक चली झड़पों के बाद भारत और पाकिस्तान ने सीज़फ़ायर समझौता किया।