आईआईटी जेईई एडवांस्ड 2025 में रजित गुप्ता देश के टॉपर
x
देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक को पास करने की अपनी रणनीति साझा करते हुए, अखिल भारतीय टॉपर रजित गुप्ता ने कहा कि उन्होंने कक्षा 10 से अपनी तैयारी शुरू कर दी थी। उनका मुख्य लक्ष्य "निर्धारित कार्यों को पूरा करना और समय पर मॉड्यूल हल करना" था।

आईआईटी जेईई एडवांस्ड 2025 में रजित गुप्ता देश के टॉपर

दिल्ली जोन के जहां रजित गुप्ता वहीं आईआईटी खड़गपुर जोन की देवदत्ता माझी सीआरएल 16 के साथ शीर्ष रैंक वाली महिला उम्मीदवार हैं।


जेईई एडवांस्ड 2025 के नतीजे सोमवार को घोषित किए गए, जिसमें दिल्ली ज़ोन के रजित गुप्ता ने पूरे देश में टॉप किया। रजित ने 360 में से 332 अंक हासिल कर कॉमन रैंक लिस्ट (CRL) में पहला स्थान पाया। परीक्षा 18 मई को आयोजित की गई थी।एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “जेईई (एडवांस्ड) की दोनों परीक्षाओं में कुल 1,80,422 उम्मीदवार शामिल हुए, जिनमें से 54,378 परीक्षार्थी सफल हुए हैं। सफल अभ्यर्थियों में 9,404 छात्राएं हैं।”

आईआईटी खड़गपुर ज़ोन की देवदत्ता माझी टॉप रैंक पाने वाली महिला परीक्षार्थी बनीं। उन्होंने 360 में से 312 अंक प्राप्त किए और उन्हें ऑल इंडिया कॉमन रैंक लिस्ट में 16वां स्थान मिला।

परिणाम और स्कोरकार्ड कैसे देखें:

आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर जाएं

“JEE Advanced 2025 Result” लिंक पर क्लिक करें

रोल नंबर और जन्म तिथि से लॉगिन करें

स्कोरकार्ड देखें और डाउनलोड करें

टॉपर्स की रणनीति: मेहनत, अनुशासन और मॉक टेस्ट

रजित गुप्ता, जो बीएसएनएल में इंजीनियर दीपक गुप्ता के बेटे हैं, ने बताया कि उन्होंने अपनी तैयारी कक्षा 10 से शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा, “मेरी तैयारी में कुछ विशेष नहीं था, मैं केवल रोज़ दिए गए असाइनमेंट और माड्यूल को समय पर पूरा करने पर ध्यान देता था।” उन्होंने NCERT की किताबों को अपनी तैयारी का मूल आधार बनाया और एचसी वर्मा व इरोडोव की चुनिंदा समस्याओं को हल किया।

रजित ने बताया कि वह घंटों की गिनती नहीं करते थे, बल्कि एक विषय को पूरा करने तक अध्ययन करते रहते थे। जब किसी सवाल में अटक जाते, तो अपनी छोटी बहन से बात करके मूड बदलते और फिर पढ़ाई पर लौट आते।साक्ष्यम जिंदल ने, जो हरियाणा के हिसार से हैं और इस परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त किया, बताया कि वह पिछले दो सालों से कोटा में रहकर तैयारी कर रहे थे।

साक्ष्यम ने कहा कि उन्हें गणित में आत्मविश्वास था, इसलिए फिजिक्स और केमिस्ट्री पर अधिक ध्यान दिया। मॉक टेस्ट का नियमित विश्लेषण मेरे लिए सबसे उपयोगी रहा।”दोनों टॉपर्स कोटा के एलेन कैरियर इंस्टीट्यूट से कोचिंग ले रहे थे।साक्ष्यम ने बताया कि उनका प्राथमिक लक्ष्य IIT बॉम्बे में दाखिला लेना है। विदेश जाने की कोई तत्काल योजना नहीं है।

Read More
Next Story