Success Story: मां की मौत के बाद पिता ने छोड़ा बेटी का साथ, नानी ने दिया पढ़ाई में साथ
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Success Story: मां की मौत के बाद पिता ने छोड़ा बेटी का साथ, नानी ने दिया पढ़ाई में साथ

बिहार हमेशा अपनी सफलता की कहानियों के लिए जाना जाता है. ऐसी ही एक कहानी है बिना मां की बेटी की, जिसने अपनी मेहनत के दम पर सभी का नाम रोशन किया.


Success Story Sreeja: कामयाबी किसी चीज़ो की मोहताज नहीं होती. इस बात को बिहार की रहने वाली बिना मां की बेटी श्रीजा ने सही कर दिखाया. ये बात को सभी जानते हैं कि बिहार अपनी असाधारण सफलता की कहानियों के लिए जाना जाता है. पिछले सालों में इस लड़की ने बिहार के इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कराया है.

10वीं कक्षा में पढ़ने वाली श्रीजा ने बचपन से ही दुखों का सामना किया है, लेकिन उसने छोटी सी उम्र में भी हार नहीं मानी और अपने लिए लड़ती रही. श्रीजा जब पांच साल की थी तो उनकी मां की मृत्यु हो गई थी. मां की मौत के बाद पिता ने भी अपनी बेटी का साथ छोड़ दिया था. पिता ने श्रीजा को अपनी छोटी बहन के साथ नानी के घर जाने के लिए मजबूर कर दिया था. श्रीजा अपनी छोटी बहन के साथ अपनी नानी के घर रहने लगी. बिना मां और पिता के श्रीजा ने सीबीएसई कक्षा 10वीं में 99.4% अंक हासिल किए थे और बिहार स्टेट की टॉपर बनकर इतिहास रचा था.

इस कामयाबी को देखकर भाजपा सांसद वरूण गांधी ने भी सोशल मीडिया पर श्रीजा की तारीफ की थी. साथ ही कैप्शन में लिखा, त्याग और समर्पण की अद्भुत दास्तां! मां का साया हटने पर पिता ने जिस बेटी का साथ छोड़ दिया उसने नाना-नानी के घर परिश्रम की पराकाष्ठा कर इतिहास रच दिया. बिटिया का 10वीं में 99.4 फीसदी अंक लाना बताता है कि प्रतिभा अवसरों की मोहताज नहीं है. मैं आपके किसी भी काम आ सकूं, मेरा सौभाग्य होगा. श्रीजा की जब से मां और पिता का साथ छुटा तब से उनकी नाना-नानी और मामा ने देखभाल की है.

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