Success Story: गांव के स्कूल से पढ़कर बनी ऑफिसर, फिर किया नाम रोशन
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Success Story: गांव के स्कूल से पढ़कर बनी ऑफिसर, फिर किया नाम रोशन

गांव के किसी एक स्कूल में पढ़ाई करके स्वाति एक बड़ी ऑफिसर बनी. उन्होंने दुनियाभर में अपने गांव, जिले, प्रदेश का नाम रोशन किया.


एक गांव में एक हिंदी मीडियम स्कूल से पढ़ाई करके स्वाति ने अपने परिवार और अपने गांव का नाम रोशन किया. इतनाही नहीं देश का नाम रोशन किया. ये किसी के बस की बात नहीं है. आपको बता दें, स्वाति इन दिनों डब्ल्यूटीओ यानी वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन में लीगल ऑफिसर हैं. स्वाति शर्मा का जन्म राजस्थान के एक छोटे जिले झुंझुनूं के सूरजगढ़ के एक छोटे से गांव काजड़ा में हुआ था. उन्होंने अपनी स्कूल की पढ़ाई गांव में की थी.

स्कूल की पढ़ाई के बाद स्वाति ने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट्स ऑफ इंडिया से एलएलबी की पढ़ाई की थी और डिग्री हासिल की थी. कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही स्वाति ने खुद को मूट कोर्ट, वाद-विवाद और शोध पत्र लेखन में संलग्न और एक्टिव रखा. उन्होंने कानून की पढ़ाई के लिए कई कानून फर्मों और गैर सरकारी संगठनों में भी इंटर्नशिप की थी. फिर उसके बाद उन्होंने ने जर्मनी से एलएलएम की थी.

स्वाति ने 2017 में एक गैर-लाभकारी युवा संगठन, एचएलई फाउंडेशन हमारा हक की शुरुआत की थी. उनके काम ने उन्हें 700 से अधिक परिवारों से जोड़ा. वो बाल अधिकार, भूमि स्वामित्व अधिकार, घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न, एलजीबीटी अधिकार, पर्यावरण और श्रम अधिकार दूसरों के बीच में काम करती रहीं. इसके अलावा उन्होंने डॉ रीना पटेल को उनकी पुस्तक हिंदू वीमेन्स प्रॉपर्टी राइट्स इन रूरल इंडिया: लॉ, लेबर एंड कल्चर इन एक्शन के लिए भी मदद की.

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