Success Story: Blind स्कूल की टीचर होने के बावदूज, Ayushi Dabas ने हासिल की 48 रैंक
x

Success Story: Blind स्कूल की टीचर होने के बावदूज, Ayushi Dabas ने हासिल की 48 रैंक

अयुषी दबास ने पांच साल की कड़ी मेहनत के बाद अपने पांचवें प्रयास में UPSC 2021 परीक्षा पास की और ऑल इंडिया रैंक 48 हासिल की.


पांच सालों की कड़ी मेहनत के बाद UPSC परीक्षा पास कर 29 साल की अयुषी दबास ने साल 2021 में ऑल इंडिया रैंक (AIR) 48 हासिल की थी. उनकी ये सफलता दृढ़ संकल्प और मेहनत का परिणाम है. भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक UPSC में हर साल लाखों उम्मीदवार भाग लेते हैं, लेकिन केवल कुछ ही सफलता प्राप्त कर पाते हैं. ऐसे में दृष्टिहीनता जैसी चुनौती का सामना करते हुए अयुषी का ये सफर बेहद प्रेरणादायक है.

उनके पिता पंजाब में एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं. उनकी मां आशा रानी एक वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी थीं, जिन्होंने साल 2020 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली. अयुषी अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां को देती हैं, जिन्होंने हमेशा उनका साथ दिया और उन पर विश्वास रखा.

शिक्षा और करियर

अयुषी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रानी खेड़ा के एक निजी स्कूल से पूरी की. इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज से स्नातक किया और IGNOU से इतिहास में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की. दृष्टिहीनता के बावजूद अयुषी पिछले 10 सालों से बतौर शिक्षक कार्यरत हैं. शुरुआत में उन्होंने MCD स्कूल में एक अनुबंधित प्राथमिक शिक्षक के रूप में पढ़ाया. 2019 में DSSSB परीक्षा पास करने के बाद वो दिल्ली सरकार के मोहल्ला दाबस स्थित गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में इतिहास पढ़ाने लगीं. वो 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को इतिहास पढ़ाती हैं.

अयुषी ने अपनी पढ़ाई के लिए स्क्रीन रीडिंग प्रोग्राम का इस्तेमाल किया, जिससे टेक्स्ट ऑडियो में बदल जाता है. इस तकनीक की मदद से उन्होंने लैपटॉप और फोन पर स्टडी की और अपनी परीक्षा की तैयारी पूरी की.

समाज के लिए संकल्प

अयुषी न सिर्फ UPSC में सफलता प्राप्त कर खुद आगे बढ़ना चाहती हैं, बल्कि महिलाओं और दिव्यांगों की शिक्षा के लिए भी कार्य करना चाहती हैं. उनके अनुसार शिक्षा सबसे बड़ा हथियार है, जो लोगों को सशक्त बना सकता है. अयुषी दबास की कहानी संघर्ष, आत्मनिर्भरता और कभी हार न मानने की सीख देती है. उन्होंने साबित किया कि अगर सच्ची मेहनत और सही रणनीति हो, तो कोई भी बाधा सफलता की राह में रुकावट नहीं बन सकती.

Read More
Next Story