Success Story: पिता चलाते थे ऑटो, दोस्तों की मदद से बेटा बना आईएएस ऑफिसर
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Success Story: पिता चलाते थे ऑटो, दोस्तों की मदद से बेटा बना आईएएस ऑफिसर

ऑटो चलाकर अपने बेटे को बनाया आईएएस अफसर. ऐसे है IAS Officer की सक्सेस स्टोरी.


Success Story: UPSC की परीक्षा को क्लियर कोई आसान बात नहीं है. लेकिन अगर कोई कड़ी मेहनत और लगातार प्रयास करें तो उसके लिए ये मुश्किल भी नहीं है. UPSC की परीक्षा को दुनिया की सबसे टफ परीक्षाओं में से एक माना जाता है. इसे पास करने का सपना तो हर कोई देखता है लेकिन इसे पास केवल चुनिंदा लोग ही कर पाते हैं. ऐसी ही एक सक्सेस स्टोरी है आईएएस अंसार शेख की. जिन्होंने यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया में 361 रैंक हासिल की थी. इस परीक्षा को पहले प्रयास में क्लियर कर अपने परिवार का नाम रोशन किया था.

महाराष्ट्र के जालना गांव में गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले अंसार शेख ने 21 साल की उम्र में आईएएस बनकर इतिहास रच दिया. बचपन से ही अंसार शेख को पढ़ने- लिखने का शौक था. पुणे से उन्होंने पॉलिटिकल साइंस में डिग्री हासिल की थी. उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा के लिए 1 साल तक कोचिंग ली थी. फिर उसके बाद उन्होंने 3 साल सेल्फ स्टडी से अपनी कड़ी मेहनत के बलबूते पर पहले ही प्रयास में 361 रैंक हासिल की थी.

अंसार शेख के पिता ने अपने बेटे को आईएएस ऑफिसर बनाने के लिए पूरी जिंदगी ऑटो चलाया. पैसे की तंगी होने के कारण उन्होंने अपनी दो बेटी की शादी कम उम्र में ही करा दी थी. अंसार का एक छोटा भाई भी है. उन्होंने छोटी उम्र में ही अपनी पढ़ाई को छोड़कर काम पर ध्यान लगाने लगे. उनके घर के कई रिश्तेदारों ने भी अंसार की पढ़ाई छोड़ने को कहा था, लेकिन उनके पिता नहीं माने और अपने बेटे की पढ़ाई पूरी करवाई. अपनी पढ़ाई के लिए अंसार के अपने कई दोस्तों से पैसे उधार मांगे थे और अब आईएएस बनकर उन्होंने अपने सभी दोस्तों का कर्ज उतारा.

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