
आसान तो कुछ भी नहीं लेकिन मुश्किल भी नहीं, इस आईपीएस ने कर दिखाया
हर किसी की जिंदगी में सफलता असानी से नहीं मिलती. ऐसी एक कहानी है IPS अधिकारी संगीता कालिया की. जिसकी स्टोरी आपको भी कहीं न कहीं इंस्पायर करेगी.
जीवन में सफलता पाने के लिए कई तरह के पापड़ बेलने पड़ते हैं. किसी- किसी की लाइफ में मेहनत लिखी होती है, लेकिन उस मेहनत का फल बाद में बड़ा ही मीठा मिलता है. जी हां हम बात कर रहे हैं हरियाणा की आईपीएस अधिकारी संगीता कालिया की. जिनकी गिनती तेज-तर्रार महिला अधिकारियों में की जाती है. आपको बता दें, उनके पिता एक पुलिस विंग में कारपेंटर थे. संगीता कालिया ने 6 नौकरियों को छोड़कर आईपीएस बनने का सपना देखा और उस सपने को पूरा भी किया.
आईपीएस अधिकारी संगीता कालिया संगीता ने अपनी पढ़ाई भिवानी से की थी. फिर उन्होंने आगे की पढ़ाई करनी शुरु की. साल 2005 में उन्होंने पहली बार यूपीएससी परीक्षा दी, लेकिन वो पास नहीं कर पाई. साल 2009 में उन्होंने तीसरे बार इस परीक्षा को दिया और फिर वो इस परीक्षा में पास हुई. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि मुझे पुलिस में आने की प्रेरणा उड़ान सीरियल से मिली थी. आपको बता दें, संगीता कालिया उन महीलाओं में एक है, जिन्होंने 6 नौकरियों के ऑफर को छोड़कर पुलिस विभाग में आईं. आईपीएस अधिकारी का जन्म भिवानी जिले में हुआ था. उनका परिवार काफी साधारण था.
संगीता कालिया ने बचपन से कुछ अलग करने का सपना देखा था. उन्होंने वर्दी पहनते हुए कसम खाई थी कि इसकी आन-बान पर वो कोई दाग नहीं आने देंगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जिस पुलिस विंग में उनके पिता कारपेंटर थे, उसी विंग में वो एसपी के रुप में पहली पोस्टिंग हुई थी. साल 2010 में उनके पिता रिटायर हुए थे और उसी साल संगीता कालिया ने आईपीएस के पद पर ज्वाइन किया था.