Success Story: हिंदी मीडियम के लड़के ने NEET में पाई 5वीं रैंक, अब कर रहे हैं इस परीक्षा की तैयारी
राजस्थान के बाड़मेर जिले के प्रिंस चौधरी जिन्होंने हिंदी मीडियम स्कूल में पढ़ाई की और NEET में 5वीं रैंक हासिल कर और अब अपने सपनों के कॉलेज एम्स दिल्ली में एमबीबीएस कर रहे हैं.
नीट को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है. हर साल लाखों उम्मीदवार NEET का प्रयास करते हैं, लेकिन केवल कुछ ही इसे पास कर पाते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों के उन उम्मीदवारों के लिए जिन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा हिंदी माध्यम में पूरी की है. NEET UG पास करना और भी बड़ी चुनौती हो जाता है. हालांकि हिंदी मीडियम स्कूल से पढ़ाई करने वाले राजस्थान के प्रिंस चौधरी ने साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत से इन सभी बाधाओं को दूर किया जा सकता है.
प्रिंस चौधरी ने साल 2018 में NEET UG परीक्षा में रैंक 5 हासिल की थी. राजस्थान के एक छोटे से शहर बाड़मेर के रहने वाले प्रिंस चौधरी ने 720 में से 686 अंक हासिल किए थे. प्रिंस ने कोटा के एक कोचिंग में नीट यूजी की तैयारी की थी. सफल होने के लिए उन्होंने स्कूल और कोचिंग के अलावा हर हिन 6 घंटे पढ़ाई का फैसला किया था और वो इसे रोज फॉलो भी करते थे. उनकी तैयारी का मूल मंत्र था नोट्स बनाना, रिवीजन करना, और हर दिन तय किए गए सिलेबस को पूरा करना. ये उन लाखों छात्रों के लिए प्रेरणा है, जो सोचते हैं कि सीमित संसाधनों में बड़ी उपलब्धि पाना मुश्किल है.
प्रिंस ने अपने स्कूल की पढ़ाई हिंदी माध्यम से की है. उनके पिता रामाराम एक मेडिकल स्टोर चलाते हैं और उनकी मां कमला देवी हाउस वाइफ हैं. प्रिंस की सफलता ने दिखाया कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. उन्होंने अपनी तैयारी यात्रा के दौरान मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करने के लिए अपनी कॉमिक बुक को श्रेय दिया.