Success story: कपड़े बेचकर अपने बेटे को बनाया IAS, तीसरे प्रयास में क्लियर की UPSC परीक्षा
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Success story: कपड़े बेचकर अपने बेटे को बनाया IAS, तीसरे प्रयास में क्लियर की UPSC परीक्षा

अनिल बसक ने साल 2014 में आईआईटी दिल्ली में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए दाखिला लिया था. पढ़े उनकी सक्सेस स्टोरी.


यूपीएससी की तैयारी के लिए जरुरी नहीं है कि महंगीं- महंगीं कोचिंग की जरुरत नहीं. अगर आपने ठान लिया कि आपको इस परीक्षा को पास करना है को कोई भी इसी पूरा करने से रोक नहीं सकता. यूपीएससी को पास करने के लिए सिर्फ और सिर्फ मेहनत लगती है. इसका उदाहरण आईएएस अनिल बसक ने दिया है. उन्होंने इस परीक्षा के लिए कोई महंगीं कोचिंग नहीं ली ब्लकि अपनी कड़ी मेहनत के दम पर उन्होने यूपीएससी की परीक्षा पास कर अपने परिवार के पहले आईएएस बने.

आपको बता दें, बिहार के किशनगंज के रहने वाले अनिल बसक एक नॉर्मल फैमलि से ताल्लुक रखते हैं. साल 2014 में वो अपने सपने को पूरा करने के लिए दिल्ली आए और उन्होंने आईआईटी में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. इस पढ़ाई के साथ- साथ उन्होंने यूपीएससी की भी तैयारी शुरू कर दी थी. घर में बिगड़ते हालात को देखते हुए उन्होंने 2018 में कोचिंग लेना बंद कर दिया था. कोचिंग बंद करने के बाद उन्होंने तब भी हार नहीं मानी और खुद से पढ़ाई की.

आईएएस ऑफिर के पिता घर-घर जाकर कपड़े बेचते थे. उन्होंने अपने बच्चों की पढ़ाई में कोई कमी नहीं छोड़ी थी. उन्होंने अपने खर्चों को काट कर अपने बच्चों की पढ़ाई में लगाए. अनिल के बड़े भाई बिहार के पावर कॉर्पोरेशन में नौकरी करते हैं. अनिव बसक अपने पूरे परिवार में पहले आईएएस ऑफिसर हैं. इस कामयाबी में अनिल अपने दोस्तों को साथ देने के लिए आज भी धन्यवाद करते हैं.

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