तो इस वजह से रद्द हुआ यूजीसी नेट एग्जाम, क्या है डॉर्कनेट एंगल?
यूजीसी नेट एग्जाम को रद्द किए जाने के बाद विपक्षी दल हमलावर हुए. इस विषय पर शिक्षा मंत्री ने बताया कि परीक्षा को किस वजह से रद्द करनी पड़ी.
UGC NET Exam 2024: एग्जाम कराए जाने के ठीक एक दिन बाद केंद्र सरकार ने यूजीसी नेट परीक्षा को रद्द कर दिया. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हम परीक्षा की पारदर्शिता को लेकर सजग हैं. हमारी कोशिश है कि जो ईमानदारी से तैयारी करने वाले छात्रों को किसी तरह की दिक्कत ना हो. यूजीसी नेट एग्जाम को जब निरस्त किया गया को सियासी हमले भी तेज हो गए, विपक्ष ने आरोप लगा दिया कि जब शिक्षा व्यवस्था को आरएसएस के नजरिए से चलाया जाएगा तो यही सब होना है. इन सबके बीच धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि यूजीसी नेट एग्जाम को कैंसिल करने का फैसला क्यों किया गया.
डार्कनेट में लीक हुआ पेपर
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने खुलासा किया कि प्रश्नपत्र डार्कनेट में लीक हो गए थे. मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जा रही है. यूजीसी-नेट मंगलवार को आयोजित किया गया था और इसके तुरंत बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए, जिसमें आरोप लगाया गया कि प्रश्नपत्र लीक हो गया है.मूल प्रश्नपत्रों से मिलान करने पर प्रश्नपत्र प्रामाणिक पाए गए. इस वजह से अभ्यर्थियों की भलाई के लिए परीक्षा रद्द करनी पड़ी. डार्क वेब इंटरनेट का एक एन्क्रिप्टेड हिस्सा है जो Google जैसे पारंपरिक सर्च इंजन के माध्यम से आम जनता को दिखाई नहीं देता है. जिसे डार्कनेट के रूप में भी जाना जाता है. डार्क वेब इंटरनेट पर अवैध गतिविधि का एक बड़ा हिस्सा है.
11 लाख छात्रों ने कराया था रजिस्ट्रेशन
यूजीसी-नेट के लिए 11 लाख से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया थाइससे पहले दिन में, शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल ने कहा कि जल्द ही एक नई परीक्षा आयोजित की जाएगी। हालांकि, कोई समयसीमा घोषित नहीं की गई।