चुनावी आंकड़ें: हरियाणा में BJP तो कश्मीर में NC, जानें कैसा रहा वोट शेयर
बीजेपी ने हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटें जीतकर तीसरी बार जीत दर्ज की. वहीं, जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन ने 48 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया.
Assembly Elections: बीजेपी ने मंगलवार को हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटें जीतकर ऐतिहासिक तीसरी बार जीत दर्ज की. पार्टी का प्रदर्शन 2014 से भी बेहतर रहा. सत्ता विरोधी लहर के बावजूद राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी ने विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की वापसी की कोशिशों को रोक दिया. वहीं, जम्मू कश्मीर में साल 2018 को पीडीपी-भाजपा शासन के पतन और उसके बाद अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पहली बार चुनाव हुए. इसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन ने 48 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया. ऐसे में आइए बीजेपी, कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस के वोट शेयर के बारे में विस्तार से जानते हैं.
भाजपा ने राज्य में 48 सीटों पर जीत दर्ज की, जो 2014 की तुलना में एक अधिक है. वहीं, कांग्रेस ने 37 और इनेलो ने दो सीटें जीतीं. तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत का स्वाद चखा. जबकि, जेजेपी और आप कोई भी सीट नहीं जीत पाई. भाजपा ने इस बार हरियाणा की 90 सीटों में से 89 सीटों पर चुनाव लड़ा था. उसने सहयोगी गोपाल कांडा के लिए सिरसा सीट छोड़ दी थी. हालांकि, कांडा अपनी सीट बचाने में नाकामयाब रहे.
हरियाणा
कांग्रेस ने इस विधानसभा चुनाव में 39.09% वोट शेयर हासिल किया , जो साल 2005 के बाद से राज्य के विधानसभा चुनावों में उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, जब उसने कुल वोटों का 42.5% जीता था. साल 2019 के विधानसभा चुनावों में, जब भाजपा ने विधानसभा की 90 में से 40 सीटें जीतीं, तो उसका वोट शेयर 36.49% था. वहीं, कांग्रेस ने अपनी 31 सीटों के लिए 28.08% वोट शेयर हासिल किया. इस बीच, दो सीटें जीतने वाली INLD ने 2019 के अपने वोट शेयर में सुधार किया, इस बार उसे 4.14% वोट मिले. जबकि पिछली बार उसे सिर्फ़ एक सीट मिली थी, तब उसे 2.44% वोट मिले थे. पिछले चुनावों में NOTA का वोट शेयर 0.52% था. जबकि इस बार यह 0.38% रहा.
जम्मू-कश्मीर
नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) 90 विधानसभा क्षेत्रों में 42 सीटों के साथ जम्मू कश्मीर चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. NC की सहयोगी कांग्रेस ने 6 सीटें जीतीं. जबकि, भाजपा ने 29 सीटें जीतीं. जबकि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने 3 सीटें जीतीं. जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) और आम आदमी पार्टी ने भी एक-एक सीट जीती. जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों ने सात सीटें जीतीं. ॉ
इस चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस का वोट शेयर 23.43% रहा. जबकि भाजपा को 25.64% वोट शेयर मिला. कांग्रेस का वोट शेयर 11.97% रहा. भाजपा ने नई विधानसभा में अपने विधायकों की संख्या केवल जम्मू क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के आधार पर बढ़ाई है. कश्मीर क्षेत्र में एनसी ने 2014 और 2024 के बीच अपने विधायकों की संख्या 15 से बढ़ाकर 42 कर ली है. वहीं, कांग्रेस के विधायकों की संख्या 2014 में 12 से घटकर 2024 में 7 हो गई है.