7 राज्यों की 13 विधानसभा सीटों के लिए डाले गए वोट, अमरवाड़ा में सबसे ज्यादा तो ब्रदीनाथ में सबसे कम हुआ मतदान
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7 राज्यों की 13 विधानसभा सीटों के लिए डाले गए वोट, अमरवाड़ा में सबसे ज्यादा तो ब्रदीनाथ में सबसे कम हुआ मतदान

सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान खत्म हो गया है. वोटों की गणना 13 जुलाई को होगी. चुनाव मे उतरे 121 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है.


Assembly Bypolls 2024: सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान खत्म हो गया है. वोटों की गणना 13 जुलाई को होगी. वहीं, बुधवार को पश्चिम बंगाल की चार, हिमाचल प्रदेश की तीन, उत्तराखंड की दो और बिहार, मध्य प्रदेश, पंजाब और तमिलनाडु की एक-एक सीट के लिए वोट डाले गए. सबसे ज्यादा 78.38 फीसदी मतदान मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा सीट पर हुआ. वहीं, उत्तराखंड की बद्रीनाथ सीट पर सबसे कम 47.68 लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया. है। हालांकि, अभी अंतिम आंकड़े आना बाकी है. अब चुनाव मे उतरे 121 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है.

लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार हुए इस उपचुनाव में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू की पत्नी कमलेश ठाकुर समेत कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला होगा. जिन सीटों के लिए आज वोट डाले गए, उनमें रायगंज, राणाघाट दक्षिण, बागदा और मानिकतला (पश्चिम बंगाल); बद्रीनाथ और मंगलौर (उत्तराखंड); जालंधर पश्चिम (पंजाब); देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ (हिमाचल प्रदेश); ​​रूपौली (बिहार); विक्रवंडी (तमिलनाडु) और अमरवाड़ा (मध्य प्रदेश) शामिल हैं.

पश्चिम बंगाल में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने है. साल 2021 के पश्चिम बंगाल चुनावों में टीएमसी ने मानिकतला सीट जीती थी. जबकि भाजपा ने रायगंज, रानाघाट दक्षिण और बागदा जीती थी. हालांकि, बाद में भाजपा विधायक टीएमसी में चले गए थे.

देशभर के अलग-अलग राज्यों की जिन 13 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए हैं, उनमें से कुछ सीट लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुई हैं. वहीं, कुछ विधायकों के निधन के बाद विधानसभा सीट खाली हुई हैं. बिहार में लोकसभा चुनाव में एनडीए की जबरदस्त जीत के बाद एक बार फिर से चुनावी मैदान में एनडीए और महागठबंधन आमने-सामने है. खासकर जेडीयू और आरेडी में सीधी टक्कर है. हिमाचल प्रदेश में तीन सीटों देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ पर उपचुनाव हुआ. इन तीन सीटों पर निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद ये सीटें खाली हो गई थीं. इन विधायकों ने फरवरी में हुए राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को वोट किया था और बाद में वे पार्टी में शामिल हो गए थे. ऐसे में उनकी विधानसभा की सदस्यता रद्द हो गई थी.

मध्यप्रदेश में अमरवाड़ा सीट बीजेपी और कांग्रेस की नाक का सवाल बन गया है. बीजेपी छिंदवाड़ा लोकसभा जीतने के बाद इस विधानसभा को भी जीत लेना चाहती है. वहीं, कांग्रेस लोकसभा की हार का बदला लेने के मूड में हैं. उत्तराखंड में दो सीटों बद्रीनाथ और मंगलौर में वोट डाले गए. बद्रीनाथ सीट कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी के इस्तीफा देने और भाजपा में शामिल होने के बाद खाली हुई थी. वहीं, मंगलौर सीट पर हरियाणा के नेता करतार सिंह भड़ाना, कांग्रेस के पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन और बीएसपी ने सहानुभूति बटोरने के लिए दिवंगत विधायक सरवत करीम अंसारी के बेटे उबेदुर रहमान को मैदान में उतारा है.

बता दें कि उपचुनाव के लिए अधिसूचना 14 जून को जारी की गई थी. 21 जून तक तमाम उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया और 26 जून को नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि थी.

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