करनाल नहीं अब लाडवा से सैनी होंगे उम्मीदवार, जानें-सीट बदलने के पीछे की वजह
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करनाल नहीं अब लाडवा से सैनी होंगे उम्मीदवार, जानें-सीट बदलने के पीछे की वजह

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। खास बात यह है कि सीएम नायब सिंह सैनी अब करनाल की जगह लाडवा से किस्मत आजमाएंगे।


Haryana BJP Candidate List: हरियाणा विधानसभा चुनाव की सभी 90 सीटों के लिए एक ही चरण में 5 अक्तूबर को मतदान होगा। साल 2024 का चुनाव बीजेपी के लिए इस वजह से अहम है क्योंकि जीत हासिल होने की सूरत में तीसरी दफा सरकार बनाने का मौका मिलेगा। अगर साल 2014 और 2019 के नतीजों को देखें तो 2014 में बीजेपी को 47 सीट और 2019 में 40 सीट मिली थी। यानी कि 2019 में बीजेपी बहुमत से दूर लेकिन बड़ी पार्टी बनकर उभरी और दुष्यंत चौटाला के साथ मिलकर सरकार बनाने में कामयाब रही।

इन सबके बीच आज से चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया का आगाज हो चुका है और बीजेपी ने 67 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इस सूची की खास बात यह है कि कुछ मौजूदा विधायकों के टिकट को काटकर 9 दल बदलुओं को टिकट दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ हरियाणा के सीएम अब करनाल की जगह दूसरी सीट से चुनाव लड़ेंगे। खास बात यह है कि 10 साल में तीसरी दफा उनकी सीट बदली गई है। इसके साथ ही पहली


अगर आप इस सूची को देखें तो हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को तोशाम और कुलदीप बिश्वोई के बेटे को आदमपुर से टिकट पाने में कामयाब रहे हैं। इसके साथ ही राव इंद्रजीत के परिवार को भी टिकट मिला है। इसके साथ ही हाल ही में अलग अलग दलों से बीजेपी में शामिल चेहरों को भी टिकट मिला है।

10 साल में तीन बार बदला निर्वाचन क्षेत्र
अगर बात सीएम नायब सिंह सैनी की बात करें तो पिछले 10 साल में तीन दफा उनकी सीट में बदलाव हुआ है। साल 2014 में नारायणगढ़ विधानसभा से जीत दर्ज की थी। साल 2019 में कुरुक्षेत्र से सांसद चुने गए और सीएम बनने के बाद करनाल से विधायक बनने में कामयाब रहे और अब लाडवा से चुनावी किस्मत आजमाएंगे। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि वो किसी भी जगह से अपने कार्यकाल को पूरा नहीं कर सके थे।

सीट बदलने की वजह क्या

मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद नायब सिंह सैनी को करनाल से टिकट दिया गया। सैनी वहां से चुनाव जीतने में कामयाब तो रहे। लेकिन पंजाबी समाज को फैसला रास नहीं आया। हालांकि मनोहर लाल खट्टर के सक्रिय होने के बाद पंजाबी समाज की नाराजगी दूर हुई। हालांकि भरोसा इस बात का था कि पहले सैनी को वहां से जीत हासिल करने में मदद करें और अगले चुनाव में पंजाबी समाज के किसी शख्स को मौका मिलेगा। इसके अलाव इस तरह की भी जानकारी सामने आ रही थी कि अगर सैनी करनाल से चुनाव लड़ते तो शायद कांग्रेस भी पंजाबी समाज के किसी शख्स को मौका देती और उस सूरत में सीएम सैनी के लिए सीट उतनी सेफ नहीं होती। अब लाडवा जहां से उन्हें टिकट दिया गया है वह उनका पैतृक गांव है इसके साथ ही सैनी समाज के करीब 30 हजार मतदाता हैं। लिहाजा लाडवा, करनाल से अधिक सुरक्षित सीट है।

दल बदलुओं को टिकट

नेतापहले कौन सी पार्टीअब कौन सी पार्टी
भव्य बिश्नोईकांग्रेसबीजेपी
श्रुति चौधरीकांग्रेसबीजेपी
शक्तिरानी शर्माएचजेपीबीजेपी
श्याम सिंह राणाइनेलोबीजेपी
निखिल मदानकांग्रेसबीजेपी
पवन कुमारजेजेपीबीजेपी
संजय काबलानाजेजेपीबीजेपी
राम कुमार गौतमजेजेपीबीजेपी
देवेंद्र बबलीजेजेपीबीजेपी

अभी इन सीटों पर कैंडिडेट का इंतजार

डबवाली, सिरसा, ऐलनाबाद, रोहतक, महेंद्रगढ़, नारायणगढ़, पूंडरी, असंध, गन्नौर, राई, बरौदा, जुलाना, नरवाना, नारनौल, बावल, पटौदी, नूंह, फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना, हथीन, होडल, फरीदाबाद एनआईटी, बड़खल शामिल हैं।दूसरों से खुद को अलग बताने वाली बीजेपी ने नेताओं के बेटे बेटी और परिवार वालों को टिकट देने में कंजूसी नहीं की है।

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