
Haryana Elections: गठबंधन पर सहमति, मिलकर चुनाव लड़ेगी 'आप'-कांग्रेस; AAP के खाते में इतनी सीटें
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने पांच अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है.
Haryana Assembly Election: कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने पांच अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है. 'आप' पांच सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए सहमत हो गई है. पार्टी सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी.
'आप' सूत्रों का कहना है कि सोमवार को गठबंधन हो सकता है. कांग्रेस नेता दीपक बाबरिया और 'आप' के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा के बीच बातचीत सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है. संभावना है कि कल तक गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया जाएगा. 'आप' ने राज्य में पांच सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमति जताई है.
गठबंधन की उम्मीद
इससे पहले दिन में चड्ढा ने कहा कि कांग्रेस और उनकी पार्टी दोनों ही अपनी व्यक्तिगत आकांक्षाओं को किनारे रखकर हरियाणा चुनाव के लिए गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन पर सहमति नहीं बन पाई है, लेकिन बातचीत “सकारात्मक” दिशा में आगे बढ़ रही है और उन्हें अच्छे नतीजे की उम्मीद है. हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर दोनों पार्टियों के बीच कोई जीत वाली स्थिति नहीं बनती है तो 'आप' गठबंधन के साथ आगे नहीं बढ़ेगी.
उन्होंने कहा कि बातचीत सकारात्मक माहौल में हो रही है. दोनों पार्टियां एकता और हरियाणा के लोगों की मांगों को प्राथमिकता देते हुए एक साथ चुनाव लड़ने की दिशा में काम कर रही हैं. जबकि व्यक्तिगत पार्टी और उम्मीदवार की आकांक्षाओं को अलग रखा गया है. उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे की व्यवस्था पर गेंद दर गेंद टिप्पणी नहीं की जा सकती. दोनों पार्टियों में गठबंधन बनाने की इच्छा और उम्मीद है.
'आप' मांग रही 10 सीट
सूत्रों के मुताबिक, 'आप' जहां 10 सीटें मांग रही है. वहीं, कांग्रेस उन्हें सिर्फ 7 सीटें देने को तैयार है. हालांकि, चड्ढा ने अब तक हुई सीटों के बंटवारे पर कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि हम नामांकन की अंतिम तिथि 12 सितंबर से पहले ही निर्णय ले लेंगे. अगर कोई जीत वाली स्थिति नहीं बनती है तो हम इसे छोड़ देंगे. बातचीत चल रही है, अच्छी चर्चा हो रही है. मुझे उम्मीद है कि इसका कोई अच्छा निष्कर्ष निकलेगा. बता दें कि इससे पहले इंडिया गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस और 'आप' ने दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में लोकसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर समझौता किया था.
अकेले चुनाव लड़ने को तैयार
हरियाणा में 'आप' के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता राज्य में लोकसभा चुनाव में पार्टी के एकमात्र उम्मीदवार थे. वे भाजपा के नवीन जिंदल से हार गए थे. गुप्ता ने हाल ही में कहा था कि 'आप' हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों पर राज्य के लोगों के साथ गठबंधन करके मजबूती से चुनाव लड़ने के लिए तैयार है. बता दें कि हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 5 अक्टूबर को होगा. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 12 सितंबर है.

