निवर्तमान विधायक के दल बदल से नारनौंद सीट का मुकाबला हुआ दिलचस्प
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निवर्तमान विधायक के दल बदल से नारनौंद सीट का मुकाबला हुआ दिलचस्प

हिसार जिले में आने वाली नारनौंद सीट पर जातीय समीकरण की बात करें तो जाट और दलित वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा है. पिछले चुनाव में ये सीट जेजेपी के पाले में गयी थी लेकिन इस बार निवर्तमान विधायक ने बीजेपी का दामन थाम लिया है.


Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे वैसे प्रचार प्रसार तेज होने के साथ साथ नेताओं का एक पार्टी से दूसरी पार्टी में आना जाना भी शुरू हो गया है. अगर किसी की टिकट कट रही है या फिर किसी की बात को अनसुना किया जा रहा है तो वो नेता तुरंत पाला बदल दे रहा है. ऐसे में कुछ सीटें ऐसी हैं जो इस आवाजाही के चक्कर में रोचक जंग की ओर बढ़ रही हैं. ऐसी ही एक सीट है नारनौंद विधानसभा. ये सीट हिसार जिले में आती है, जिसका निर्काचन क्षेत्र कोड है 49. अब बात करते हैं कि आखिर किसने बदले समीकरण और क्या है इस सीट का गणित.


2019 में जेजेपी के पाले में गयी थी सीट
नारनौंद सीट की बात करें तो 2019 में इस विधानसभा सीट से जेजेपी के राम कुमार गौतम ने बाजी मारी थी. राम कुमार गौतम विधायक हैं. उन्होंने बीजेपी के हरियाणा प्रदेश के वरिष्ठ नेता कप्तान अभिमन्यु को हराया था. 2019 के विधानसभा चुनाव में राम कुमार गौतम को 73,435 वोट मिले थे तो वहीं कैप्टन अभिमन्यु को 61,406 वोट मिले थे. तीसरे नम्बर पर कांग्रेस रही थी, जिसे लगभग 8 हजार वोट मिले थे. पिछले चुनाव की बात करें तो बीजेपी और जेजेपी के बीच नतीजों के बाद गठबंधन हुआ था.

राम कुमार गौतम ने थामा बीजेपी का दामन
इस बार चुनाव से पहले ही नारनौंद के निवर्तमान विधायक राम कुमार गौतम ने जेजेपी को छोड़ कर बीजेपी का दामन थाम लिया है. इसी वजह से माना जा रहा है कि अब ये सीट भी दिलचस्प मुकाबले की ओर मुड़ गयी है. देखना ये होगा कि किसे फायदा होता है और किसे नुक्सान.

बीजेपी के लिए फायदे के साथ साथ चुनौती भी
बीजेपी को बेशक इस बात से संतोष हो सकता है कि नारनौंद सीट से मौजूदा विधायक राम कुमार गौतम उसके पाले में आ गए हैं लेकिन इस बात को लेकर चिंता भी है कि टिकट देने की बात पर पार्टी के अन्दर ही गुटबाजी न हो जाए. इसकी वजह है कप्तान अभिमन्यु, जो पार्टी के वरिष्ठ नेता है और प्रमुख जाट चेहरा भी. चिंता अब इस बात को लेकर है कि इस सीट से किसे टिकट दी जाए. सूत्रों का कहना है कि राम कुमार गौतम को पार्टी में शामिल करने से पहले ही काफी कुछ तय कर लिया गया है, इसलिए इस बात के चांस कम है कि टिकट बंटवारे को लेकर कोई गुटबाजी हो.

जाट और दलित ज्यादा
नारनौंद विधानसभा सीट की बात करें तो इस सीट पर जातीय समीकरण जाटों और दलितों के इर्द गिर्द ही घूमता है. इस सीट पर जाट बिरादरी और दलित मतदाताओं की संख्या ज्यादा है. जिसकी वजह से हर पार्टी इन दो जातियों से ही उम्मीदवार को मैदान में उतारना ज्यादा बेहतर समझते हैं. वर्ष 2007 के परिसीमन के बाद नारनौंद सीट में बरवाला, घिराई और हांसी विधानसभा सीटों में आने वाले कुछ पोलिंग बूथ जोड़ दिए गए थे. 2019 की बात करें तो यहां कुल वोटरों की संख्या 153863 थी. जिसमें से 107447 पुरुष वोटर हैं और महिला मतदाताओं की संख्या 89485 हैं, वहीँ 2 मतदाता थर्ड जेंडर 2 हैं.


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