गुजरात वाला फॉर्मूला हरियाणा में भी कर गया काम, क्या था वो दांव
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गुजरात वाला फॉर्मूला हरियाणा में भी कर गया काम, क्या था वो दांव

भारत की राजनीति में बीजेपी को प्रयोगधर्मी दल के तौर पर देखा जाता है। हरियाणा के नतीजे जो अब तक आए हैं उसमें बीजेपी हैट्रिक लगाने के करीब है।


Haryana Election Result 2024: हरियाणा के रुझानों और नतीजों से एक बात साफ है कि बीजेपी तीसरी दफा सरकार बनाने जा रही है। यानी कि बीजेपी सरकार हैट्रिक लगाने जा रही है। खास बात यह है कि 2024 के चुनावी नतीजे इस वजह से खास है कि बीजेपी 2014, 2019 की तुलना में अधिक सीट हासिल करती हुई नजर आ रही है। ऐसे में सवाल कई है मसलन बीजेपी ने वो कौन सा करिश्मा कर दिखाया। क्या पार्टी को सीएम बदलने का फायदा मिला। दरअसल इसके लिए थोड़ा पीछे अगर देखें तो गुजरात विधानसभा चुनाव से ऐन पहले बीजेपी ने विजय कुमार रुपानी की जगह भूपेंद्र सिंह पटेल को मौका दिया और उसका फायदा भी मिला।

गुजरात वाला फॉर्मूला
2022 का वो साल था गुजरात विधानसभा चुनाव की तरफ जाने के लिए तैयार था। विजय रुपानी सरकार की कमान संभाले हुए थे। लेकिन जमीन पर संकेत पार्टी के लिए अच्छे नहीं थे। लिहाजा टॉप लीडरशिप ने बड़े बदलाव की ठानी। बीजेपी ने ना सिर्फ सीएम को बदल दिया बल्कि मंत्रिमंडल के सभी चेहरों को बदला। यानी कि सरकार वही थी लेकिन चेहरे अलग थे। बीजेपी का मानना था कि सरकार के प्रदर्शन के लिए चेहरे यानी कुर्सी पर बैठा हुआ शख्स जिम्मेदार होता। लोगों की नाराजगी चेहरे से होती है और उसका असर पार्टी को उठाना पड़ता है। जब टिकट बंटवारे की बात आई तो बीजेपी ने 33 विधायकों के टिकट को भी काट दिया।बीजेपी ने विजय रुपानी और नितिन पटेल जैसे दिग्गजों के टिकट को काटने का बड़ा फैसला किया। बड़ी बात यह कि इतने कड़वे फैसले का पार्टी को फायदा भी हुआ।

हरियाणा में भी बीजेपी ने कड़वा फैसला किया करीब साढ़े 9 महीने तर सत्ता में बने रहने वाले मनोहर लाल खट्टर को सीएम से हटाकर केंद्र की सत्ता में लाए। उनकी जगह ओबीसी ग्रुप से नायब सिंह सैनी को मौका दिया। इसके साथ ही 16 मौजूदा विधायकों के टिकट को भी काट दिया। यानी कि सत्ता के खिलाफ जितने भी संभावित विरोध थे उसको खत्म करने की कोशिश की। इसके साथ ही हरियाणा में एक बनाम 36 बिरादरियों की गणित को समझा और यह संदेश देने की कोशिश की हरियाणा का मतलब या सियासत में किसी खास समाज का दबदबा नहीं होना चाहिए। समरस हरियाणा के लिए समाज के हर वर्ग को मौका मिलना चाहिए।

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