बहुमत से दूर इंडिया गठबंधन खुश, सत्ता के बावजूद NDA मायूस, क्या है इस जनादेश के मायने?
लोकसभा चुनाव 2024 सत्तारूढ़ भाजपा के लिए एक बड़ा झटका साबित हुई है. बीजेपी की नेतृत्व वाली एनडीए अपने गढ़ उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई.
Lok Sabha Election Result: लोकसभा चुनाव 2024 सत्तारूढ़ भाजपा के लिए एक बड़ा झटका साबित हुई है. बीजेपी की नेतृत्व वाली एनडीए अपने गढ़ उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई. हालांकि, अभी भी लगभग 296 सीटों के साथ एनडीए सरकार बनाने की तरफ अग्रसर है. लेकिन अकेले भाजपा बहुमत के आंकड़े से दूर होती दिख रही है.
दक्षिण में बढ़िया प्रदर्शन
बीजेपी ओडिशा, तेलंगाना और केरल में महत्वपूर्ण लाभ के बावजूद केवल 243 सीटों पर आगे चल रही है. हालांकि, हिंदी पट्टी में अप्रत्याशित नुकसान के बावजूद दक्षिण में बीजेपी का प्रदर्शन कुछ राहत पहुंचाने वाला है. इस बीच विपक्षी इंडिया गठबंधन लगभग 230 सीटों पर आगे चल रही है.
'400 पार' के नारे से दूर
बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने अपने दम पर 303 सीटें हासिल की थीं. जबकि, एनडीए को 350 से अधिक सीटें मिली थीं. वहीं, इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की '400 पार' भविष्यवाणी से सत्तारुढ़ दल काफी दूर नजर आ रही है. वहीं, जिस तरह के नतीजे सामने आ रहे हैं. ऐसे में बीजेपी को लोकसभा में बहुमत बनाए रखने के लिए तेलुगु देशम पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड) और एकनाथ शिंदे की शिवसेना जैसे सहयोगियों से समर्थन की आवश्यकता होगी.
एग्जिट पोल को जनादेश ने नकारा
वहीं, सोमवार को आए विभिन्न एग्जिट पोल को इस बार के जनादेश ने धत्ता साबित किया है. रुझान ने साफ कर दिया है कि बीजेपी के सांसदों और राज्य नेतृत्व को अपने दम पर अच्छा प्रदर्शन करना होगा. केवल पीएम मोदी के चेहरे के भरोसे रहने से काम नहीं चलेगा.
लंबी प्रक्रिया
इस बार के लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत कम रहा. इसकी वजह सात चरणों में हुई लंबी चुनाव प्रक्रिया थी, ऊपर से तपती गर्मी की वजह से भारी संख्या में लोग घरों से मतदान करने के लिए नहीं निकले. इन लोगों में काफी संख्या बीजेपी समर्थक वोटरों की हो सकती है.
सहयोगी दल के भरोसे
रुझान सामने आते ही कांग्रेस और बीजेपी समर्थक जीत की खुशी मनाते हुए दिखाई दिए. हालांकि, इंडिया गठबंधन अभी भी सरकार बनाने के बहुमत से काफी दूर है. वहीं, बीजेपी खुद तो बहुमत के आंकड़े के पास नहीं पहुंच पाई. लेकिन एनडीए सरकार बना पाएगी. बीजेपी को सरकार चलाने के लिए जेडीयू और टीडीपी की जरूरत पड़ेगी. बीजेपी को पूरी तरह इन दोनों दलों के भरोसे पर रहना होगा. ऐसे में विभिन्न मुद्दों पर आपसी मतभेद की आशंका रहेगी. वहीं, इंडिया गठबंधन को स्पष्ट बहुमत तो नहीं मिला. लेकिन यह उसके लिए सफलता से कम भी नहीं है. अब वह विपक्ष में मजबूत विपक्ष की भूमिका निभा सकती है.