बंगाल में बीजेपी का विश्वास या सिर्फ सपना, 30 से अधिक सीट जीतने का दावा
2019 के आम चुनाव में पश्चिम बंगाल में टीएमसी को 22, बीजेपी को 18 सीट मिली थी. लेकिन इस दफा बीजेपी 30 से अधिक सीट मिलने का दावा कर रही है.
West Bengal Loksabha Election 2024: आम चुनाव के आखिरी चरण में 1 जून को पश्चिम बंगाल में भी मतदान होना है. बंगाल के बारे में पीएम मोदी का कहना है कि इस दफा सबसे बेहतर नतीजे यहां से एनडीए के पक्ष में आ रहे हैं. इस चुनाव में बीजेपी 30 से अधिक सीट जीतने जा रही है. यह बात अलग है कि इस तरह के आंकड़ों पर टीएमसी के नेता खिल्ली उड़ा रहे हैं. बीजेपी के लिए बंगाल के महत्व को आप इस बात से समझ सकते हैं कि पीएम मोदी समेत कई दिग्गजों ने रैली के साथ रोड शो किया है. पीएम मोदी ने 28 मई को कोलकाता में रोड शो किया था और ठीक उसके एक दिन बाद ममता बनर्जी ने भी पद यात्रा की. पद यात्रा में उमड़ी भीड़ के बाद टीएमसी सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय कहते हैं कि अब बीजेपी को बोरिया बिस्तर बांध लेना चाहिए.
'30 से अधिक सीट जीतेंगे'
रोड शो के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि बंगाल में कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं है. संदेशखाली की घटना में 5 जनवरी को केस दर्ज होता है. 28 अप्रैल को इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया जाता है और उसके बाद शाहजहां शेख की गिरफ्तारी होती है.क्या यह कानून व्यवस्था है.जहां तक बात चुनाव की है तो हम लोग 30 से अधिक सीट जीतने जा रहे हैं. वो खुद चौथी बार यहां आए हैं, लोगों के जोश को देखने के बाद वो पक्का तौर पर कह सकते हैं कि पीएम मोदी का मैजिक बरकरार है.
नरेंद्र मोदी तीसरी दफा पीएम भी बनेंगे
जे पी नड्डा कहते हैं कि नरेंद्र मोदी तीसरी दफा पीएम बनने जा रहे हैं. ममता बनर्जी को संविधान में भरोसा नहीं है. उन्हें कानून के राज से लेना देना नहीं. अगर तुष्टीकरण की वजह से देश का बंटवारा हो जाए तो भी उन्हें फर्क नहीं. वो बांग्लादेश से आने वाले घुसपैठियों की आवभगत करती है, उनके लिए राशन कार्ड बनवाती हैं, धर्म के आधार पर आरक्षण देती है.जबकि संविधान इसकी इजाजत नहीं देता.
बीजेपी के विश्वास की वजह
आखिर बीजेपी 30 से अधिक सीट जीतने का दावा किस आधार पर कर रही है. इसे समझने की हमने कोशिश की. बंगाल की राजनीति पर नजर रखने वालों का कहना है कि अगर आप 2019 और उसके बाद विधानसभा चुनाव के नतीजे को देखें तो बीजेपी के वोट प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई है. इससे भी बड़ी बात कि केंद्रीय योजनाओं के तहत जिन्हें लाभ मिला है वो निराश नहीं करेंगे. ऐसा बीजेपी के रणनीतिकारों का मानना है. यही नहीं संदेशखाली प्रकरण में जिस तर से शाहजहां शेख का मामला आया और उसकी गिरफ्तारी सीबीआई ने की. उसके जरिए बीजेपी इस बात को कह रही है कि अगर केंद्र सरकार की तरफ से हस्तक्षेप नहीं हुआ होता तो वो आजाद घूमता. इसके अलावा जिस तरह से कोलकाता हाईकोर्ट ने ओबीसी में मुस्लिम आरक्षण को खत्म किया है उसे बीजेपी के नेता कह रहे हैं बंगाल में ममता बनर्जी की तुष्टीकरण की राजनीति का अब खात्मा होने जा रहा है.