Jharkhand Election 2024: कोल्हान में BJP की नैया लगेगी पार? मोदी-शाह-राजनाथ बनाएंगे सत्ता का रास्ता
झारखंड विधानसभा चुनाव का सेज सज चुका है और सभी पार्टियां अपने प्रचार अभियान पर जोर-शोर से लगी हुई हैं.
Jharkhand assembly elections: झारखंड विधानसभा चुनाव का सेज सज चुका है और सभी पार्टियां अपने प्रचार अभियान पर जोर-शोर से लगी हुई हैं. बीजेपी ने तो अपना संकल्प पत्र भी जारी कर दिया है और जनता से कई वायदे किए हैं. वहीं, सत्तारूढ़ जेएमएम-कांग्रेस-आरडेजी और वामदलों का गठबंधन अपनी सरकार की वापसी के लिए काम कर रहा है. इस आदिवासी बहुल राज्य में बीजेपी की सबसे बड़ी चुनौती कोल्हान का इलाका है. इस इलाके में बीजेपी काफी कमजोर है. हालत यह है कि यहां साल 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी एक भी सीट जीत नहीं पाई थी. ऐसे में बीजेपी इस बार इस इलाके पर खासा फोकस कर रही है, जिससे कि वह यहां पर बढ़त बना सके. इस किले पर सेंध लगाने के बाद ही बीजेपी का राज्य में सत्ता वापसी का रास्ता खुल सकता है.
समीकरण
कोल्हान में पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला खरसावा जिले शामिल हैं. इन तीनों जिलों में विधानसभा की 14 सीटें हैं. साल 2019 के चुनाव में जेएमएम ने यहां 11 और कांग्रेस ने 2 सीट जीती थीं. वहीं, एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी. वहीं, बीजेपी का खाता भी नहीं खुल पाया था. इसलिए इस बार बीजेपी इस पूरे इलाके को गंभीरता से ले रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोल्हान का इस बार दो बार दौरा कर चुके हैं. सितंबर में पीएम मोदी पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर आए थे.
बीजेपी की इस इलाके में सबसे बड़ी चिंता का विषय बागी नेता है. हालांकि, इसके लिए चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा कमर कस चुके हैं. दोनों नेताओं की वजह से कई बागी नेताओं को फिर से पाले में लाने में कामयाबी मिली है. लेकिन अभी भी कई नेता अभी भी मैदान पर डटे हुए हैं. ये लोग बीजेपी का चुनावी खेल बिगाड़ सकते हैं. हालांकि, बीजेपी ने इसका काट ढूंढते हुए चंपई सोरेन को पार्टी ज्वाइन कराया है. इससे कुछ स्थानीय नेता नाराज जरूर हुए हैं. लेकिन इसका अधिक निगेटिव असर पार्टी पर नहीं पड़ेगा.
बीजेपी इस बार राज्य विधानसभा चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. यही वजह है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बाद प्रधानमंत्री आज चाईबास में जनसभा को संबोधित करेंगे. इसके बाद केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मोर्चा संभालेंगे. राजनाथ सिंह पहले राज्य के चुनावी प्रभारी रह चुके हैं और वहां के स्थानीय परिस्थितियों से अच्छी तरह से अवगत हैं. इसके बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जमशेदपुर में रोड शो करेंगे.
कोल्हान जीतने की राह को आसान बनाने के लिए ही बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को अपने पाले में लिया है. सोरेन को कोल्हान टाइगर के नाम से जाना जाता है. बीजेपी की कोशिश कोल्हान में दो-तीन सीटें जीतने की रहेगी. इसलिए बीजेपी बेरोजगारी और चंपाई सोरेन को उनके पद से हटाने को भी चुनावी मुद्दा बना रही है.
बीजेपी इस बार जिन 10 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वहां उसने अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं. जिन लोगों को टिकट दिए गए हैं, वे दूसरे दलों से आए नेता और बड़े नेताओं के रिश्तेदार हैं. बीजेपी ने पूर्व केंद्रीय अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को पोटका और ओडिशा के राज्यपाल और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का बहू पूर्णिमा दास साहू को जमशेदपुर ईस्ट से उम्मीदवार बनाया है. घाटशिला सीट पर बीजेपी ने चंपाई सोरेन के बेटे बाबूलाल को उम्मीदवार बनाया है.