तीसरे चरण में इन खासों पर रही सबकी नजर, केंद्र और यूपी सरकार में हैं मंत्री
लोकसभा चुनाव अपने पूरे सबाब पर है. सात चरणों में हो रहे इस चुनाव के चार चरण निपट चुके हैं और अब पांचवे चरण की तैयारी चल रही है.
Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव अपने पूरे सबाब पर है. भीषण गर्मी के बीच हो रहे इस चुनावी महासमर में जनता भी उत्साह के साथ हिस्सा ले रही है. सात चरणों में हो रहे इस चुनाव के चार चरण निपट चुके हैं और अब पांचवे चरण की तैयारी चल रही है. लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की बात करें तो इसके लिए सात मई को वोट डाले गए थे. देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में दस सीटों के लिए वोट डाले गए थे. ये सीटें ब्रज और रुहेलखंड में आती हैं. इस चरण में हाई प्रोफाइल सीटों पर चुनाव हुए और केंद्र और यूपी सरकार के नौ मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर है.
हाई प्रोफाइल सीट की बात करें तो यहां से सपा से वर्तमान सांसद डिंपल यादव ताल ठोक रही हैं. इस सीट पर साल 1996 से ही समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा है. बीजेपी इस सीट पर अब तक फतह हासिल करने में अब तक नाकामयाब रही है. ऐसे में इस बीजेपी इस बार कोई कोर-कसर छोड़ना नहीं चाहती है. बीजेपी ने डिंपल यादव के खिलाफ मैनपुरी से विधायक और यूपी सरकार में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह को मैदान में उतारा है. वहीं, आगरा से वर्तमान सांसद और केंद्र सरकार में विधि एंव न्याय राज्य मंत्री एसपी बघेल दोबारा से चुनावी मैदान में हैं. यहां उनका मुकाबला सपा के सुरेश चंद कम कर्दम और बसपा की पूजा अमरावती से है.
तीसरे चरण में अलीगढ़ से खैर से विधायक और योगी सरकार में राजस्व राज्य मंत्री अनूप वाल्मीकि हाथरस सिट से चुनावी मैदान में हैं. उनका मुकाबला सपा के जसवीर वाल्मीकि और बसपा के हेमबाबू धनगर से है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि अनूप वाल्मीकि क्या इस सीट को बीजेपी की झोली में डालने में कामयाब हो पाते हैं कि नहीं. आगरा ग्रामीण क्षेत्र से विधायक और योगी सरकार में महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य फतेहपुर-सीकरी सीट से चुनाव लड़ रही हैं. बीजेपी बेबी रानी मौर्य को यहां से चुनाव लड़ाकर महिलाओं को साधने की तैयारी में है.
आगरा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से विधायक और यूपी सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय व नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति की प्रतिष्ठा भी दांव पर है. क्योंकि, इन दोनों ही मंत्रियों पर अधिक से अधिक संख्या में वोटरों को बीजेपी के पक्ष में करने का दबाव है. बीजेपी यहां पर अच्छा प्रदर्शन करती है तो इन दोनों की पार्टी में साख बढ़ेगी. वहीं, सीट गंवाने की स्थिति में इन दोनों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है. योगी सरकार में पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह आंवला से विधायक हैं. ऐसे में आंवला लोकसभा सीट पर बीजेपी के बेहतर प्रदर्शन को लेकर उन पर दबाव है. संबल लोकसभा सीट के चंदौसी से विधायक और योगी सरकार में माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी पर भी इस लोकसभा सीट को बीजेपी के झोली में डालने को लेकर दबाव है. बरेली लोकसभा सीट से इस बार बीजेपी के टिकट पर छत्रपाल गंगवार को चुनावी मैदान में हैं. बीजेपी का गढ़ माने जाने वाले इस सीट पर इस बार भी बीजेपी का झंडा गाड़ने के लिए बरेली विधानसभा क्षेत्र के विधायक और राज्य सरकार में वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री डॉ. अरुण सक्सेना भी गर्मियों में पसीना बहा रहे हैं.