महाराष्ट्र चुनाव: भाजपा के विरोध के बीच नवाब मलिक ने दाखिल किया नामांकन
मुंबई के मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा से महायुति गठबंधन द्वारा उनकी उम्मीदवारी की पुष्टि पर सस्पेंस के बीच मलिक ने अजित पवार की NCP व निर्दलीय के तौर पर दो नामांकन पत्र दाखिल किये, जिससे नाटकीय स्थिति पैदा हो गई.
Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उस समय नाटकीय मोड़ आ गया जब नवाब मलिक ने आखिरी मौके पर शक्ति प्रदर्शन के साथ अजित पवार की एनसीपी से उम्मीदवारी का पर्चा दाखिल कर दिया. नवाब मलिक की तरफ से एक नहीं बल्कि दो नामांकन पत्र दाखिल किये गए जो शिवाजी नगर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवारी के लिए हैं. इस घटना के बाद महायुती में कहीं न कहीं एक विवाद को पैदा कर दिया है, क्योंकि ऐसा दावा किया जा रहा है कि भाजपा नहीं चाहती थी कि उसके घटक नवाब मलिक को इस चुनाव में उम्मीदवार बनाये. लेकिन ऐसा हो न सका और अजित पवार की एनसीपी ने मलिक को अपना उम्मीदवार बना ही लिया.
नवाब मलिक के नामांकन के बाद से इस बात का शोर है कि भाजपा के लिए शायद शर्मिंदगी की बात यह है कि महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी के अजित पवार गुट के नेता नवाब मलिक ने आज मुंबई के मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा क्षेत्र के लिए दो नामांकन पत्र दाखिल किए.
नवाब मलिक के इस कदम से, काफी बड़ा ड्रामा खड़ा हो गया. वरिष्ठ नेता ने आगे बढ़कर मानखुर्द शिवाजी नगर सीट के लिए दो नामांकन पत्र दाखिल किए, एक एनसीपी (अजित पवार) के उम्मीदवार के रूप में और दूसरा निर्दलीय के रूप में.
एनसीपी आधिकारिक उम्मीदवार
हालांकि बाद में मलिक (65) ने मीडिया के समक्ष इस बात की पुष्टि की कि वो एनसीपी के आधिकारिक उम्मीदवार हैं. उन्होंने कहा, "आज मैंने एनसीपी उम्मीदवार के तौर पर मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया. मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भी पर्चा दाखिल किया था, लेकिन पार्टी ने एबी फॉर्म भेजा है और हमने इसे दोपहर 2.55 बजे दाखिल किया." उन्होंने कहा कि अब वह "एनसीपी के आधिकारिक उम्मीदवार हैं."
उनका मुकाबला समाजवादी पार्टी के अबू आज़मी से होगा, जो 2009 से यह सीट जीतते आ रहे हैं. इससे पहले मलिक पार्टी के एबी फॉर्म (किसी सीट के लिए अपने उम्मीदवार की पुष्टि करने के लिए किसी राजनीतिक दल द्वारा प्रस्तुत किया जाने वाला फॉर्म) जमा न किए जाने के कारण मुश्किल में थे. उन्होंने मीडिया से कहा कि अगर एबी फॉर्म समय पर जमा हो जाता है, तो वे पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे. अगर ऐसा नहीं होता है, तो वे लोगों की इच्छा के अनुसार स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेंगे, उन्होंने घोषणा की.
जीत का भरोसा
लेकिन एबी फॉर्म जमा करने के बाद, नेता, जो वर्तमान में मुंबई में अणुशक्ति नगर सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं, ने उपमुख्यमंत्री और एनसीपी अध्यक्ष अजीत पवार), (एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष) प्रफुल्ल पटेल और (एनसीपी महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष) सुनील तटकरे को धन्यवाद दिया.
मलिक ने कहा, "सुनील तटकरे को मुझ पर भरोसा है...बड़ी संख्या में मतदाता निश्चित रूप से मेरा समर्थन करेंगे...मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार हम मानखुर्द शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र जीतेंगे।" इस बीच, मलिक की बेटी सना मलिक को अणुशक्ति नगर सीट से मैदान में उतारा गया है. सना मलिक अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी, जो हाल ही में शरद पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी गुट में शामिल हुई हैं.
मलिक के खिलाफ भाजपा
इस बीच, भाजपा मलिक के नामांकन के खिलाफ थी, क्योंकि उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय का मामला दर्ज था और गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के करीबी लोगों के साथ उनकी कथित संपत्ति लेन-देन का मामला भी सामने आया था. देवेंद्र फडणवीस, जो मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार के साथ उनके नामांकन के खिलाफ थे, ने कहा कि उन्हें इस घटनाक्रम की जानकारी नहीं है और कहा कि वह “इसकी जांच करेंगे और हमारे प्रवक्ता उचित जवाब देंगे”. मलिक को 23 फरवरी, 2022 को ईडी ने पीएमएलए एक्ट के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया था - पाकिस्तान स्थित अंडरवर्ल्ड डॉन, 1993 के सीरियल ब्लास्ट मामले के मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम की गतिविधियों से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में. वह फिलहाल इस मामले में जमानत पर बाहर है.
सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अगस्त 2023 में चिकित्सा कारणों से जमानत दे दी और तीन दिन बाद वह अस्पताल से बाहर आ गए.
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