Maharashtra : भाजपा ने चुनाव आयोग से राहुल गाँधी और खड़गे के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की
चुनाव आयोग को सौंपे गए ज्ञापन में भाजपा ने आरोप लगाया कि गांधी ने छह नवंबर को मुंबई में चुनाव प्रचार के दौरान अपने बयान से झूठ फैलाने और लोगों में असंतोष पैदा करने की कोशिश की है।
Maharashtra Elections : महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा भाजपा और आरएसएस को लेकर टिपण्णी करने व संविधान को खत्म करने के झूठे दावे करने के चलते भाजपा ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है.
भाजपा ने सोमवार को चुनाव आयोग से मांग की है कि वो महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी के खिलाफ ‘‘दुर्भावनापूर्ण और निंदनीय’’ चुनाव प्रचार करने और आदर्श आचार संहिता एवं अन्य कानूनों का ‘‘उल्लंघन’’ करने के लिए कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता राहुल गांधी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दे.
चुनाव आयोग को सौंपे गए ज्ञापन में भाजपा ने आरोप लगाया कि गांधी ने छह नवंबर को मुंबई में चुनाव प्रचार के दौरान अपने बयान से झूठ फैलाने और लोगों में असंतोष पैदा करने की कोशिश की है. गांधी ने कहा था कि आईफोन फैक्टरी और बोइंग इकाई समेत विभिन्न परियोजनाएं महाराष्ट्र से गुजरात ले जाई गईं.
भाजपा के ज्ञापन में कहा गया है, “वास्तव में, महाराष्ट्र अप्रैल से जून 2024-25 तक कुल 70,795 करोड़ रुपये प्राप्त करके पूरे भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में शीर्ष पर है.”
संविधान को लेकर की गयी टिपण्णी पर भी राहुल गाँधी पर कार्रवाई की मांग
भाजपा ने ये भी कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने अपने भाषण में यह भी निराधार आरोप लगाया कि आरएसएस और भाजपा संविधान को खत्म करना चाहते हैं तथा पार्टी ने आरोप लगाया कि कुलपति पद पर नियुक्ति के लिए योग्यता नहीं बल्कि आरएसएस की सदस्यता आवश्यक है.
केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अर्जुन राम मेघवाल ने पार्टी के प्रतिनिधिमंडल द्वारा चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपे जाने के बाद संवाददाताओं से कहा, "हमने मुख्य चुनाव आयुक्त के कार्यालय से कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने झूठ फैलाने और राज्यों को आपस में लड़ाने की कोशिश की है. उन्होंने झूठ बोला कि भाजपा संविधान को खत्म करने जा रही है. यह झूठा प्रचार है और इसे रोका जाना चाहिए.''
मेघवाल ने कहा, "हमने चुनाव आयोग से यह भी कहा कि राहुल गांधी पहले भी चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए कारण बताओ नोटिस के बावजूद भाषा और निवेश के मुद्दों पर एक राज्य के लोगों को दूसरे राज्य के खिलाफ भड़काने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए."
मेघवाल के अलावा भाजपा प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह, वरिष्ठ नेता संजय मयूख और राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला शामिल थे .
(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को फेडरल स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से स्वतः प्रकाशित किया गया है।)
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