चाहे एनडीए या इंडी ब्लॉक, इन 4 राज्यों के नतीजे दोनों के लिए निर्णायक
केंद्र पर काबिज होने के लिए 272 सांसदों की जरूरत होती है. आम चुनाव 2024 के चार चरणों का चुनाव संपन्न हो चुका है. यहां पर हम चार राज्यों की खास चर्चा करेंगे.
दिल्ली की गद्दी पर वही दल काबिज होगा जिसके पास 272 का जादुई नंबर होगा. यह वो संख्या जो केंद्र में सरकार बनाने के लिए आवश्यक है. अगर पिछले दो आम चुनाव 2014 और 2019 की करें तो बीजेपी अपने बलबूते 272 का आंकड़ा पार करने में कामयाब रही. हालांकि सरकार एनडीए के नाम पर बनी. 2024 में कौन सा दल इतिहास बनाएगा उसका फैसला तो 4 जून को होगा. यहां पर चार चरणों के चुनाव के संपन्न होने के बाद हम बात करेंगे की वो कौन से चार राज्य हैं जो निर्णायक भूमिका अदा करने वाले हैं.
महाराष्ट्र(48)
चार चरणों के साथ ही लोकसभा की 70 फीसद सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुका है. चुनाव की इस परीक्षा में महाराष्ट्र , पश्चिम बंगाल, बिहार और कर्नाटक की भूमिका अहम हो चुकी है. इन चार राज्यों में पिछली दफा 158 सीटों में से एनडीए के खाते में कुल 123 सीटें आईं थी. करीब 75 फीसद सीटों पर एनडीए का कब्जा रहा. हालांकि इस दफा विपक्ष भी पूरी तरह से सक्रिय हैं. अगर आप महाराष्ट्र की बात पिछली बार कुल 48 सीटों में से 41 सीट पर बीजेपी- शिवसेना गठबंधन ने जीत हासिल की थी. हालांकि अब शिवसेना दो फांड़ में है. इसके साथ ही एनसीपी में भी दो गुट हैं. एक गुट महाविकास अघाड़ी के तो दूसरा गुट एकनाथ शिंदे सरकार के साथ है.
बिहार(40 सीट)
अगर बात बिहार की करें तो 2019 के चुनाव में 40 में से 39 सीटों पर एनडीए को जीत मिली थी. लेकिन अब तस्वीर बदली हुई है. महागठबंधन यानी इंडी ब्लॉक भी पूरी मजबूती से चुनाव लड़ रहा है. अगर 2019 के नतीजों को देखें तो विपक्ष के पास पाने के लिए बहुत कुछ है लेकिन एनडीए के सामने चुनौती अधिक है. सियासत पर नजर रखने वाले कहते हैं कि बीजेपी एक तरफ से अपने सर्वोच्च प्रदर्शन को हासिल कर चुकी है ऐसे में उस नंबर को मेंटेन करना ही सबसे बड़ा टॉस्क है.
पश्चिम बंगाल(42 सीट)
महाराष्ट्र और बिहार के साथ ही नजर डालते हैं पश्चिम बंगाल की. 2019 के चुनाव में टीएमसी को 22, बीजेपी को 18 और दो सीटें कांग्रेस के खाते में गई थी. इस दफा पश्चिम बंगाल में बीजेपी के सामने 42 सीट पहुंचने का लक्ष्य है, बीजेपी के नेताओं का दावा है कि 2019 की तुलना में हम बेहतर करने जा रहे हैं. सियासी जानकार कहते हैं कि निश्चित तौर पर जितनी अधिक सीटें बीजेपी जीतने में कामयाब होगी दक्षिण की कमी को पूरा कर सकेगी.
कर्नाटक(28 सीट)
इसके अलावा कर्नाटक भी बीजेपी के लिए अहम है.बीजेपी के सामने 28 सीटों को जीतने की चुनौती है. पिछले चुनाव यानी 2019 में बीजेपी 25 सीटें हासिल करने में कामयाब रही. लेकिन सवाल यह है कि क्या बीजेपी उस आंकड़े को छू सकेगी. सियासत पर नजर रखने वाले कहते हैं कि कर्नाटक में बीजेपी जितना बेहतर करेगी वो 400 पार के आंकड़े में अहम भूमिका निभाएगी. लेकिन मौजूदा समय में कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है और आप इस दल के प्रभाव को खारिज नहीं कर सकते हैं.