संसद के शीत कालीन सत्र में क्या होगा प्रधानमंत्री मोदी ने दिया संकेत
प्रधानमंत्री मोदी ने वक्फ को लेकर अपने संबोधन में वक्फ को लेकर कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. इसके अलावा जातपात को लेकर भी कांग्रेस और गाँधी परिवार को घेरा. जो इस बात का संकेत है कि सोमवार से शुरू हो रहे शीत कालीन सत्र में किन मुद्दों पर सरकार अपना रुख रखेगी.
PM Modi And Winter Session: सोमवार से शीत कालीन सत्र शुरू होने जा रहा है. सत्र में किन मुद्दों पर चर्चा होगी या फिर किन मुद्दों को सरकार उठाना चाहेगी और विपक्ष किन मुद्दों पर सरकार का विरोध करेगा, इन सबको लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं लेकिन इस बीच प्रधानमंत्री ने इस बात का संकेत दे दिया है कि सोमवार से शुरू होने जा रहे संसद के शीत कालीन सत्र में किन मामलों पर विपक्ष का पारा चढ़ने वाला है.
वक्फ संशोधन बिल
इस बात का कयास पहले से ही लगाया जा रहा है कि शीत कालीन सत्र में वक्फ बिल पर हंगामा हो सकता है. ये कयास लगभग सच प्रतीत होते हैं क्योंकि केंद्र सरकार इस मुद्दे पर कहीं भी पीछे हटती नहीं दिख रही है. इस बात को और स्पष्ट प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं कर दिया है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिली एतिहासिक जीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी मुख्यालय में अपने संबोधन में कांग्रेस पर हमला करते हुए वक्फ का ज़िक्र किया और कहा कि वक्फ के बारे में बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान में कोई जगह नहीं है लेकिन कांग्रेस ने संविधान से परे जाते हुए वक्फ के लिए जगह बनवाई. कांग्रेस ने पंथनिरपेक्षता को चूर चूर कर दिया. विभाजन की विभिषका के बावजूद हिन्दू संस्कृति का ख्याल रखा था. कांग्रेस ने झूठे सेक्युलर के नाम पर उस महान परंपरा को दबा कर रख दिया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली के लोग तो चौंक जायेंगे. 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते जाते दिल्ली के आसपास की कई संपतियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थी. कांग्रेस ने वोट बैंक के चलते वक्फ बोर्ड का तुष्टिकरण किया.
कहीं न कहीं प्रधानमंत्री ने वक्फ का ज़िक्र करते हुए सरकार की मंशा को स्पष्ट कर दिया है कि केंद्र सरकार वक्फ में संशोधन करने के लिए पूरी तरह से तैयार है और इसे करने में जुटी हुई है. शीत कालीन सत्र में वक्फ को लेकर सरकार की तरफ से बड़ा कदम उठाना लगभग तय है.
कास्ट सेंसस पर भी दे दिया संकेत
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस ने खासतौर से राहुल गाँधी और गाँधी परिवार ने जाति का जहर घोलने का पूरा प्रयास किया. जात पात में समाज को बांटने की बात की. लेकिन महाराष्ट्र में हर किसी ने भाजपा को NDA समर्थन दिया चाहे ओबीसी हो, दलित हों या आदिवासी समाज हों, सबने कांग्रेस के इस जहर को दर किनार करते हुए एक साथ आकर भाजपा NDA को अपना समर्थन दिया है. प्रधानमंत्री के इस वक्तव्य पर गौर किया जाए तो उन्होंने न केवल अपने एक हैं तो सेफ हैं वाले नारे को बल दिया बल्कि जिस तरह से कांग्रेस बार बार कास्ट सेन्सस की बात कहती है, उसे भी ये बता दिया कि समाज जाति में नहीं बंटा बल्कि फिर एक साथ आ गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी कहा कि इंदिरा गाँधी ने भी जातपात को लेकर समाज को नहीं बांटा था लेकिन कांग्रेस का एक परिवार समाज को बांटने में लगा हुआ है.
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