महाराष्ट्र और झारखण्ड में राहुल रहे बेअसर, जहाँ की रैलियां वहां हुआ नुकसान
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महाराष्ट्र और झारखण्ड में राहुल रहे बेअसर, जहाँ की रैलियां वहां हुआ नुकसान

राहुल गाँधी ने महाराष्ट्र और झारखण्ड में 14 सीटों पर रैलियां/जनसभाओं को संबोधित किया लेकिन उनमे से केवल 2 सीट पर ही इंडिया ब्लाक के उम्मीदवार आगे हैं, बाकियों पर NDA के.


Assembly Elections Result 2024 : महाराष्ट्र और झारखण्ड में चुनावों की मतगणना जारी है. रुझानों में महाराष्ट्र में महायुती आगे है तो वहीँ झारखंड में INDIA ब्लॉक. दोनों ही प्रदेशों में सत्तारूढ़ दल एक बार फिर से वापसी करते नज़र आ रहे हैं. इस बीच जो एक बात गौर करने वाली और हैरान करने वाली है, वो ये है कि इन दोनों ही प्रदेशों में जहाँ जहाँ राहुल गांधी ने जनसभा की या रैली की, वहां वहां कांग्रेस या फिर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी पिछड़ रहे हैं. यानी विधानसभा चुनाव में जनता को न तो राहुल गांधी के भाषण लुभा पाए और न ही वो लाल रंग की संविधान की किताब जिसने राहुल गाँधी को लोकसभा चुनाव में हीरो बनाया था.


महाराष्ट्र
महाराष्ट्र की बात करें तो राहुल गाँधी ने 7 जगहों पर जनसभाओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने लाल रंग की संविधान की वो किताब भी जनता के बीच लहराई, जिसे वो अपनी जेब में रख कर लोकसभा चुनाव में घुमे थे. हालाँकि महाराष्ट्र में राहुल गाँधी द्वारा इस किताब को दिखाने पर विवाद भी हुआ. भाजपा ने दावा किया कि उस लाल किताब के पन्ने खाली हैं. राहुल गाँधी जनता को भ्रमित करते हैं.
खैर मतगणना की बात करें तो जिन 7 जगहों पर राहुल गाँधी ने जनसभाओं को संबोधित किया था, उनमें से केवल एक सीट ही महाविकास अघाड़ी का उम्मीदवार आगे चल रहा है, बाकी सब पर महाविकास अघाड़ी पिछड़ गया है.

झारखण्ड
अब झारखण्ड पर आते हैं. झारखण्ड में INDIA ब्लाक बढ़त बनाये हुए है और अच्छे बहुमत एक साथ सरकार बनाने की ओर बढ़ रहा है. लेकिन राहुल गाँधी की बात करें तो यहाँ भी उन्होंने जहाँ जहाँ रैली या जनसभा को संबोधित किया, वहां वहां इंडिया ब्लॉक को नुकसान हुआ.
झारखण्ड में भी राहुल गाँधी ने 7 सीटों पर रैली/जनसभा को संबोधित किया लेकिन इनमें से केवल 1 सीट पर कांग्रेस आगे है बाकी सब पर भाजपा.

क्या राहुल गाँधी का प्रभाव नहीं दिखा
दोनों ही राज्यों से सामने आई इस बात से एक सवाल ये भी खड़ा हुआ है कि क्या जनता ने राहुल गाँधी की बात पर गौर नहीं किया या फिर उन्हें गंभीरता से नहीं लिया. ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों ही राज्यों में जाकर राहुल गांधी संविधान और आरक्षण को लेकर वहीँ बातें दोहराई जो उन्होंने लोकसभा चुनाव में की थीं फिर भी उनकी बातें इन चुनाव में प्रभावी साबित नहीं हुई.

महाराष्ट्र जहाँ राहुल ने की जनसभाएं
नंदुरबार, धामनगांव रेलवे, नागपुर ईस्‍ट, गोंदिया, चिमूर ,नांदेड़ नॉर्थ, बांद्रा ईस्‍ट.

झारखंड
महागामा, बेरमो, बगमारा, जमशेदपुर ईस्‍ट, हटिया, सिमडेगा और लोहरदगा.


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