'हमारा रिश्ता 100 साल पुराना,अब बेटे को सौंप रही हूं', राहुल होंगे कामयाब ?
राहुल गांधी, केरल के वायनाड के साथ साथ यूपी के रायबरेली से भी चुनावी मैदान में हैं. इस सीट को कांग्रेस की परंपरागत सीट के तौर पर देखा जाता है.
Rahul Gandhi Candidate From Raebareli: राहुल गांधी, केरल के वायनाड के बाद रायबरेली सीट से भी चुनावी मैदान में है. 20 मई को होने वाले मतदान से पहले कांग्रेस और बीजेपी दोनों एक दूसरे पर अपनी तरकश से तीर चला रहे हैं. प्रियंका गांधी रायबरेली के चप्पे चप्पे में जाकर कह रही हैं कि यहां से हमारा रिश्ता सिर्फ वोट का नहीं है. उनकी दादी, उनके दादा, उनकी मां का दिल से जुड़ाव है और उसे कोई खत्म नहीं कर सकता. लेकिन बीजेपी का कहना है कि अगर राहुल गांधी को इतना प्यार रहता तो वो पहले ऐलान किए होते कि इस सीट से भी चुनाव लड़ेंगे. लेकिन वायनाड में करारी हार की चिंता से वो यहां अपने लिए संजीवनी ढूंढ रहे हैं.
क्या है जमीनी हकीकत
रायबरेली की राजनीति पर नजर रखने वाले कहते हैं कि यहां का सामाजिक समीकरण निश्चित तौर पर बीजेपी के बहुत अनुकूल नहीं है. लेकिन यदि आप 2019 के नतीजों को देखें तो जिस तरह से बीजेपी ने हार के अंतर को एक लाख पर सिमट दिया है वो अपने आप में अलग तरह का संकेत देता है. कांग्रेस के पक्ष में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने पहले ही वॉक ओवर दे दिया था. इस दफा समाजवादी साथ में हैं. इस तरह से कांग्रेस की स्थिति मजबूत मान सकते हैं. लेकिन इसका दूसरा पक्ष यह भी है कि जिस तरह से सोनिया गांधी इमोशन का ब्रह्मास्त्र चला रही थीं. उससे एक बात तो साफ है कि कांग्रेस को लगता है कि मोदी- योगी की जोड़ी के सामने उन्हें किसी भी मामले में हल्का नहीं पड़ना है.