इन फैक्टर्स से BJP को सीटों का नुकसान, महाराष्ट्र में काम नहीं आई पार्टी तोड़ने की रणनीति
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इन फैक्टर्स से BJP को सीटों का नुकसान, महाराष्ट्र में काम नहीं आई पार्टी तोड़ने की रणनीति

इस बार के चुनाव में बीजेपी को उत्तर भारत की हिंदी भाषी राज्यों में 55 सीटों का नुकसान उठाना पड़ रहा है.


Lok Sabha Election 2024: बीजेपी को हिंदी पार्टी राज्यों की पार्टी माना जाता है. पिछले दो लोकसभा चुनाव में पार्टी ने इन राज्यों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था, जिसकी बदौलत बीजेपी अपने दम पर ही केंद्र में सरकार बनाने में कामयाब हो पाई थी. हालांकि, इस बार के चुनाव में बीजेपी को उत्तर भारत की इन हिंदी भाषी राज्यों में 55 सीटों का नुकसान उठाना पड़ रहा है. बीजेपी रात साढ़े दस बजे तक 241 सीटों पर आगे चल रही थी. जबकि, साल 2019 में बीजेपी ने 303 सीट जीती थी. यानी कि इस बार बीजेपी को 64 सीटों का नुकसान होता हुआ दिखाई दे रहा है.

यूपी-राजस्थान

साल 2002 से 2012 के बीच गुजरात में हुए तीन विधानसभा चुनाव हो या फिर साल 2014 और 2019 में हुए लोकसभा चुनाव, नरेंद्र मोदी ने अपने दम पर बीजेपी को बहुमत दिलाई थी. हालांकि, इस बार का परिणाम इसके विपरीत है. साल 2024 में बीजेपी को सबसे ज्यादा नुकसान उत्तर प्रदेश और राजस्थान में हुआ है. बीजेपी ने यहां साल 2019 में यूपी में 62 और राजस्थान में 24 सीट जीती थी. जबकि, इस बार बीजेपी को रुझानों में यूपी में 30 और राजस्थान में 10 सीट मिलती हुई दिखाई दे रही है.

एंटी इनकंबेंसी

पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी-एनडीए सरकार दो कार्य़काल पूरा कर चुकी है. इसलिए इस बार मोदी सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी भी बड़ा फैक्टर रहा. इसलिए कई जगहों पर बीजेपी को अपनी सीट बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. बीजेपी ने साल 2024 के चुनाव में 135 मौजूदा सांसदों को टिकट दिया और यह रणनीति विफल रही.

दक्षिण भारत

बीजेपी ने इस बार दक्षिण भारत में भी काफी फोकस किया था. पीएम मोदी ने दक्षिण भारत में 61 दिन में 22 रैलियां और रोड शो किए. इसके साथ ही बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने भी यहां काफी चुनाव प्रचार किया. मोदी ने सैंगल को नए संसद भवन में स्थापित किया और काशी तमिल संगम और सौराष्ट्र तमिल संगम की शुरुआत करके भी मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया. लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई.

किसानों की नाराजगी

पश्चिमी यूपी, हरियाणा और पंजाब में किसानों की नाराजगी भी बीजेपी के हार का कारण बनी. इन इलाकों में किसान काफी समय से एमएसपी और तीन कृषि कानून को लेकर बीजेपी से नाराज थे. इसके साथ ही महिला पहलवानों के मामले में यौन उत्पीड़न के आरोपी बृजभूषण सिंह के खिलाफ भाजपा की ओर से कोई कार्रवाई न की गई. इसका भी हरियाणा और पंजाब की महिलाओं पर नकारात्मक असर पड़ा.

महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी को तोड़कर सरकार बनाने वाली बीजेपी को यहां के मतदाताओं ने नकार दिया. यहां अजीत पवार, एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फणनवीस की तिगड़ी कोई कमाल नहीं दिखा पाई और बीजेपी के साथ ही इन दोनों टूटकर बनाई गई पार्टी को सीटों का नुकसान उठाना पड़ा.

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