पश्चिमी दिल्ली की सीट पर दिलचस्प मुकाबला, जातीय- क्षेत्रीय समीकरण पर जोर
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पश्चिमी दिल्ली की सीट पर दिलचस्प मुकाबला, जातीय- क्षेत्रीय समीकरण पर जोर

पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर बीजेपी की कमलजीत सहरावत और आप के महाबल मिश्रा के बीच टक्कर है.


LokSabha Elections Delhi News: लोकसभा चुनाव 2024 के छठे चरण में 25 मई को राजधानी दिल्ली में मतदान होगा. दिल्ली की सात सीटों पर बीजेपी का मुकाबला आईएनडीआई अलाइंस के तहत गठबंधन करने वाले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच है. बात करते है दिल्ली के सबसे बड़े निर्वाचन क्षेत्र पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट की, जहाँ पर बीजेपी ने महिला उम्मीदवार कमलजीत सहरावत को मैदान में उतारा है. कमलजीत सहरावत दक्षिणी दिल्ली मुंसीपाल कारपोरेशन की मेयर भी रह चुकी हैं. वो दिल्ली प्रदेश बीजेपी की उपाध्यक्ष भी रही हैं. इसके अलावा दिल्ली बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी रही हैं. वहीं आईएनडीआई अलाइंस के तहत ये सीट आप के हिस्से आई है और आप ने यहाँ से महाबल मिश्रा को टिकट दिया है.

कब हुआ इस सीट का गठन

पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट का अस्तित्व 2008 में परिसीमन के बाद आया. 2008 से पहले इस संसदीय क्षेत्र का हिस्सा बाहरी दिल्ली व दक्षिणी दिल्ली लोकसभासीट में आता था. आबादी के हिसाब से पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र घनी आबादी वाला है, यहाँ की आबादी 25 लाख से ज्यादा है. इस संसदीय क्षेत्र में 10 विधानसभा मटियाला,हरिनगर, जनकपुरी, मादीपुर, राजौरी गार्डन, तिलक नगर, विकासपुरी, उत्तम नगर, द्वारका और नजफगढ़ क्षेत्र शामिल हैं। पहली बार इस सीट पर 2009 में लोकसभा चुनाव हुए थे, जिसमें इस सीट पर कांग्रेस के टिकट से महाबलमिश्रा ने जीत हासिल की थी. महाबल मिश्रा इस बार भी मैदान में हैं लेकिन अब वो आम आदमी पार्टी के सदस्य हैं और आप के टिकट पर ही चुनाव लड़ रहे हैं.

2019 में किसे मिले थे कितने प्रतिशत वोट

  • बीजेपी 60.05%
  • कांग्रेस 19.92%
  • AAP 17.47%

जाट और पूर्वांचली वोटरों की संख्या ज्यादा

पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट बाहरी और दक्षिणी दिल्ली सीट से बनायीं गयी है. इस सीट में दिल्ली के ग्रामीण इलाके भी आते हैं. यहं जो गाँव आते हैं, उनमें से अधिकतर जाटों के गाँव हैं. इसके अलावा यहाँ पर कई ऐसी भी कॉलोनियां हैं, जो पहले अवैध थीं लेकिन अब रेगुलर की श्रेणी में आ चुकी हैं. यही वजह है कि यहाँ पर पूर्वांचली यानि बिहार और पूर्वी उत्तर-प्रदेश से आने वाले लोग भी बड़ी संख्या में रहते हैं. इसके अलावा कुछ विधानसभा क्षेत्र में पंजाबी/सिख वोटरों की संख्या भी अच्छी खासी है. पूर्वांचली वोटर्स की संख्या को देखते हुए आप ने महाबल मिश्रा को टिकट दिया है,तो वहीँ बीजेपी की उम्मीदवार जाट बिरादरी से हैं. अगर हम 2014 और 2019 की बात करें तो इस सीट से बीजेपी के प्रवेश वर्मा सांसद रहे हैं, जो जाट बिरादरी से ही हैं.

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