
नाती अगस्त्य नंदा को सिल्वर स्क्रीन पर देख भावुक हुए अमिताभ बच्चन, बोले– हर सीन में दिखी सच्चाई
अमिताभ बच्चन ने नाती अगस्त्य नंदा की फिल्म ‘इक्कीस’ देखी और उनकी एक्टिंग पर गर्व जताया. बिग बी ने ब्लॉग में भावुक होकर अगस्त्य की जर्नी, एक्टिंग और फिल्म की जमकर तारीफ की.
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन इन दिनों काफी भावुक नजर आ रहे हैं. वजह है उनके नाती अगस्त्य नंदा की आने वाली फिल्म ‘इक्कीस’, जिसे देखकर बिग बी खुद को रोक नहीं पाए. 1 जनवरी को रिलीज होने जा रही इस फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग हाल ही में मुंबई में रखी गई थी, जहां अमिताभ बच्चन भी खास तौर पर पहुंचे थे. फिल्म देखने के बाद उन्होंने अपने ऑफिशियल ब्लॉग पर दिल से भरे शब्दों में अगस्त्य की तारीफ की और अपनी भावनाएं खुलकर जाहिर कीं. फिल्म ‘इक्कीस’ खास इसलिए भी है क्योंकि ये दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र की आखिरी फिल्म बताई जा रही है. साथ ही ये फिल्म 1971 के भारत-पाक युद्ध के वीर शहीद सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल की जिंदगी पर आधारित है. अगस्त्य नंदा इस फिल्म में अरुण खेत्रपाल का किरदार निभा रहे हैं.
अगस्त्य की एक्टिंग देख नहीं हटा पाए नजर
अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में लिखा कि जब उन्होंने सिल्वर स्क्रीन पर अगस्त्य को देखा, तो उनकी आंखों से नजरें हट ही नहीं पाईं. उन्होंने अगस्त्य की एक्टिंग को मैच्योर, ईमानदार और बिल्कुल बिना बनावट बताया. बिग बी के मुताबिक, अगस्त्य हर सीन में पूरी सच्चाई के साथ नजर आए और कहीं भी ओवरएक्टिंग या दिखावा नहीं दिखा. अमिताभ लिखते हैं कि फिल्म खत्म होने तक उनकी आंखें गर्व और खुशी के आंसुओं से भर गई थीं. एक दादा के तौर पर नहीं, बल्कि एक सिनेमा प्रेमी के रूप में उन्होंने अगस्त्य के काम को सराहा.
जन्म से लेकर एक्टर बनने तक की यादें
ब्लॉग में बिग बी ने अगस्त्य के जन्म से जुड़ी यादों को भी ताजा किया. उन्होंने लिखा कि जब श्वेता बच्चन को लेबर पेन के बाद ब्रीच कैंडी अस्पताल ले जाया गया था, वो पल आज भी उनकी आंखों के सामने है. अगस्त्य के जन्म के बाद उसे पहली बार गोद में लेना, उसकी आंखों के रंग को लेकर चर्चा करना और बाद में उसका उनकी दाढ़ी से खेलना. ये सारे पल उन्होंने भावुक होकर शेयर किए. उन्होंने आगे लिखा कि जैसे-जैसे अगस्त्य बड़ा हुआ, उसका एक्टर बनने का फैसला और फिर आज उसे बड़े पर्दे पर चमकते देखना, उनके लिए किसी सपने के पूरा होने जैसा है.
‘इक्कीस’ में दिखे सिर्फ अरुण खेत्रपाल
अमिताभ बच्चन ने साफ कहा कि फिल्म में अगस्त्य को देखकर ऐसा बिल्कुल नहीं लगा कि वो किसी स्टार किड को देख रहे हैं. उनके मुताबिक, जब अगस्त्य स्क्रीन पर आते हैं, तो आप सिर्फ अरुण खेत्रपाल को देखते हैं, न कि अगस्त्य नंदा को. ये किसी भी एक्टर के लिए सबसे बड़ी तारीफ मानी जाती है. उन्होंने लिखा कि अगस्त्य ने 21 साल के एक बहादुर सैनिक के किरदार को पूरी ईमानदारी और गंभीरता के साथ निभाया है. हर शॉट में परफेक्शन दिखता है और उनकी मौजूदगी फिल्म को और मजबूत बनाती है.
डायरेक्शन और कहानी की भी तारीफ
अमिताभ बच्चन ने सिर्फ अगस्त्य ही नहीं, बल्कि फिल्म के डायरेक्टर श्रीराम राघवन की भी जमकर तारीफ की. उन्होंने फिल्म की स्क्रिप्ट, डायरेक्शन और ट्रीटमेंट को शानदार बताया. बिग बी के अनुसार, फिल्म आपको अंत तक बांधे रखती है और खत्म होने के बाद इमोशनल कर देती है.
शौर्य और गर्व से भरी कहानी
फिल्म ‘इक्कीस’ 1971 के भारत-पाक युद्ध में बसंतर की लड़ाई के दौरान शहीद हुए सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल की वीरता पर आधारित है. ये कहानी सिर्फ एक सैनिक की नहीं, बल्कि देश के लिए जान देने वाले एक युवा हीरो की है. अमिताभ बच्चन के शब्दों में ये फिल्म देखने के बाद दिल गर्व से भर जाता है. एक दादा का गर्व, एक कलाकार की तारीफ और एक सिनेमा प्रेमी की सच्ची राय—तीनों का खूबसूरत मेल इस ब्लॉग में साफ नजर आता है.

