
सैफ अली खान के बीमा दावे पर विवाद, इलाज के लिए किया 35.95 लाख का मेडिक्लेम
दस्तावेज के अनुसार सैफ अली खान ने अपने इलाज के लिए 35,95,700 रुपये का दावा किया था, लेकिन बीमा कंपनी ने केवल 25 लाख रुपये ही मंजूर किए.
सैफ अली खान पिछले दिनों बांद्रा स्थित घर पर चाकू से हमले में घायल हो गए थे. जिसके बाद उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया. ये घटना सुबह के समय हुई जब एक चोर सैफ के घर में घूस आया. सैफ से वो भिड़ गया और दोनों के बीच झड़प हो गई, जिसमें सैफ को चाकू से कई घाव लगे. जिसके बाद उनकी सर्जरी की गई और डॉक्टरों ने पुष्टि की है कि सैफ खतरे से बाहर हैं. इसी बीच सैफ के स्वास्थ्य बीमा दावे का विवरण ट्विटर पर लीक हो गया, जिससे लोग गोपनीयता के उल्लंघन को लेकर नाराजगी जता रहे हैं.
🚨 Health Insurance: Not a LUXURY, But a NECESSITY!
— CA Nitin Kaushik (@Finance_Bareek) January 18, 2025
Saif Ali Khan experienced an UNFORTUNATE health incident and had to be admitted to Lilavati Hospital. Fortunately, he was covered by a health insurance policy from Niva Bupa.
➡️ Room Choice: Saif opted for a suite room.
➡️… pic.twitter.com/rWW1pS1tQR
हाल ही में सैफ अली खान के स्वास्थ्य बीमा दावा दस्तावेज के लीक होने से सोशल मीडिया पर जोरदार चर्चा छिड़ गई है. माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किए गए लीक दस्तावेज ने दिल्ली भारतीय बीमा कंपनी निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस का ध्यान आकर्षित किया है. दस्तावेज़ के अनुसार सैफ अली खान ने अपने इलाज के लिए 35,95,700 रुपये का दावा किया था, लेकिन बीमा कंपनी ने केवल 25 लाख रुपये ही मंजूर किए. इस जानकारी के साथ दस्तावेज़ में सदस्य आईडी, निदान, कमरे की श्रेणी और अपेक्षित डिस्चार्ज डेट जैसे बातें शामिल थी, जिससे बीमा दावा प्रक्रियाओं के आसपास बहस और तेज हो गई. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनके अस्पताल का बिल 26 लाख रुपये था.
सैफ अली खान के दावे ने ऑनलाइन चर्चा छेड़ दी है, कई नेटिज़न्स ने दावों को संभालने के तरीके में असमानताओं पर अपनी राय व्यक्त की है. इस घटना ने इस बात पर ध्यान आकर्षित किया है कि बीमा कंपनियां आम व्यक्तियों की तुलना में मशहूर हस्तियों के दावों को कैसे संभालती हैं, जिससे उच्च-प्रोफ़ाइल हस्तियों के साथ असमान व्यवहार और विशेषाधिकारों के बारे में चिंताएं पैदा हो गई हैं.