Ikkis का पहला रिव्यू आया सामने: Dharmendra की आखिरी फिल्म ने तोड़ दिया दिल, Mukesh Chhabra
x

Ikkis का पहला रिव्यू आया सामने: Dharmendra की आखिरी फिल्म ने तोड़ दिया दिल, Mukesh Chhabra

फिल्म Ikkis का पहला रिव्यू सामने आ गया है. Mukesh Chhabra ने Dharmendra की आखिरी फिल्म को बताया भावुक और दिल छू लेने वाली.


Sriram Raghavan की फिल्म ‘इक्कीस’ (Ikkis) इस साल की सबसे चर्चित फिल्मों में से एक रही है. वजह सिर्फ इसकी कहानी नहीं, बल्कि इससे जुड़े बड़े नाम भी हैं. ये फिल्म जहां अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के नाती अगस्त्य नंदा (Agastya Nanda) की थिएट्रिकल डेब्यू फिल्म है, वहीं अक्षय कुमार (Akshay Kumar) की भांजी सिमर भाटिया (Simar Bhatia) भी इसी फिल्म से बड़े पर्दे पर कदम रख रही हैं. सबसे खास बात ये है कि ‘इक्कीस’ (Ikkis review) दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र (Dharmendra) की आखिरी फिल्म मानी जा रही है. फिल्म पहले रिलीज होने वाली थी, लेकिन कुछ कारणों से इसे टाल दिया गया. अब ये फिल्म 1 जनवरी 2026 को बिना किसी बड़ी फिल्म से टकराए सिनेमाघरों में रिलीज होगी. रिलीज से पहले मुंबई में फिल्म की एक स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई, जहां से ‘इक्कीस’ (Ikkis movie news) का पहला रिव्यू सामने आ गया है.

ये पहला रिव्यू किसी और ने नहीं, बल्कि ‘धुरंधर’ के कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने शेयर किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर फिल्म देखने के बाद अपनी भावनाएं खुलकर जाहिर कीं. मुकेश छाबड़ा ने लिखा कि ‘इक्कीस’ दिल से बनी हुई फिल्म है. इसकी कहानी बेहद सधी हुई, सच्ची और लंबे समय तक असर छोड़ने वाली है. उन्होंने खास तौर पर धर्मेंद्र की तारीफ करते हुए कहा कि अगर ये उनकी आखिरी फिल्म है, तो ये दिल तोड़ देने वाला एहसास है. उनके शब्दों में, धर्मेंद्र की मौजूदगी में एक अलग ही गरिमा और गहराई है, जो दर्शकों को भावुक कर देती है.

मुकेश छाबड़ा ने आगे जयदीप अहलावत की भी जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि जयदीप का अभिनय उनके लिए सरप्राइज रहा और उन्होंने फिल्म में शानदार काम किया है. इसके साथ ही उन्होंने निर्देशक श्रीराम राघवन को मास्टर बताते हुए कहा कि वो एक बार फिर दिल से बनी सिनेमा लेकर आए हैं. जहां तक नए कलाकारों की बात है, तो अगस्त्य नंदा और सिमर भाटिया को लेकर भी रिव्यू काफी पॉजिटिव है. मुकेश छाबड़ा के मुताबिक, दोनों स्क्रीन पर बेहद खूबसूरत लगते हैं और उनकी केमिस्ट्री नैचुरल और प्यारी है. अगस्त्य की मासूमियत और सच्चाई उनके अभिनय में साफ नजर आती है. वहीं सिमर भाटिया भी अपनी मौजूदगी से ध्यान खींचती हैं.

फिल्म में विवान शाह और सिकंदर खेर भी अहम भूमिकाओं में हैं और उनके काम को भी शानदार बताया गया है. कुल मिलाकर मुकेश छाबड़ा ने ‘इक्कीस’ को ऐसी फिल्म कहा है, जो निजी महसूस होती है और दिल से जुड़ जाती है. ‘इक्कीस’ की कहानी 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध पर आधारित है. ये फिल्म सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेतरपाल के जीवन पर बनी है, जिन्होंने महज 21 साल की उम्र में देश के लिए शहादत दी थी. अगस्त्य नंदा फिल्म में अरुण खेतरपाल की भूमिका निभा रहे हैं, जबकि धर्मेंद्र ने उनके पिता ब्रिगेडियर एमएल खेतरपाल (रिटायर्ड) का किरदार निभाया है. कुछ दिन पहले अमिताभ बच्चन ने भी फिल्म देखने के बाद इसकी तारीफ की थी. उन्होंने कहा था कि जब अगस्त्य स्क्रीन पर होते हैं, तो नजरें उन्हीं पर टिक जाती हैं और ये बात वो एक दादा के तौर पर नहीं, बल्कि एक सिनेमा प्रेमी के तौर पर कह रहे हैं. पहले रिव्यू को देखकर इतना साफ है कि ‘इक्कीस’ सिर्फ एक वॉर फिल्म नहीं, बल्कि इमोशन, बलिदान और सच्ची देशभक्ति की कहानी है, जो दर्शकों को अंदर तक छूने वाली है.

Read More
Next Story