मलयालम फिल्म निर्देशक रंजीत पर एक युवक का यौन उत्पीड़न करने का मामला दर्ज
इस मामले में पीड़ित ने शिकायत केरल पुलिस से की थी लेकिन घटनास्थल बेंगलुरु का था तो इस मामले की जाँच बेंगलुरु पुलिस को सौंप दी गयी है. पीड़ित ने आरोप लगाया कि रंजीत ने उसे दिसंबर 2012 में बेंगलुरु के एक होटल में बुलाया, जहां उसने कथित तौर पर उसे शराब पिलाई और उसका यौन उत्पीड़न किया।
Sexual Harassment Case Against Malayalam Director : मलयालम फिल्म निर्देशक रंजित बालकृष्णन के खिलाफ यौनउत्पीड़न का मामला सामने आया है. हैरानी की बात ये है कि आरोप किसी महिला या युवती ने नहीं बल्कि एक युवक ने लगाया है. युवक का आरोप है कि रंजित बालकृष्णन ने एक फाइव स्टार होटल में यौन उत्पीड़न किया. पुलिस ने आरोपों के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है.
क्या हैं आरोप
पुलिस द्वारा दर्ज की गयी FIR के अनुसार शिकायतकर्ता ने दावा किया है कि निर्देशक रंजित बालकृष्णन से उनकी मुलाकात 2012 में कोझिकोड में हुई थी. जब वह बालकृष्णन द्वारा लिखित और निर्मित फिल्म 'बावुत्तियुडे नामथिल' की शूटिंग के दौरान अभिनेता ममूटी से मिलने गए थे.
एफआईआर के अनुसार, शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि इसके बाद निर्देशक ने उसका फोन नंबर हासिल कर लिया और दिसंबर 2012 में उसे केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास स्थित होटल में बुलाया, जहां उसने कथित तौर पर उसे शराब पिलाई और उसका यौन उत्पीड़न किया.
हेमा कमिटी रिपोर्ट से मिला सहस
पुलिस अधिकारी ने कहा, "घटना कथित तौर पर 2012 में हुई थी, लेकिन शिकायतकर्ता ने मलयालम फिल्म उद्योग में कई कलाकारों द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए जाने के बाद हिम्मत जुटाते हुए अब इस मामले को पुलिस के सामने उठाया है. पीड़ित ने दावा किया कि इसी से उसे शिकायत दर्ज कराने का साहस मिला."
पुलिस का क्या है कहना
इस मामले पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि "शिकायत शुरू में केरल के एक पुलिस थाने में दर्ज की गई थी, लेकिन मामला बेंगलुरू स्थानांतरित कर दिया गया, क्योंकि यौन उत्पीड़न की कथित घटना यहां एक पांच सितारा होटल में हुई थी और अब प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है."
पुलिस का कहना है कि "प्राप्त शिकायत के आधार पर 26 अक्टूबर को बीआईएएल (बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड) पुलिस स्टेशन में निदेशक के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 377 (अप्राकृतिक अपराध) और 66 ई (गोपनीयता का उल्लंघन) के तहत मामला दर्ज किया गया और मामले की जांच की जा रही है."
(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को फेडरल स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से स्वतः प्रकाशित किया गया है।)
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