
Metro In Dino इरफान खान- कोंकणा सेन के लिए लिखी गई थी, Anurag Basu
ये फिल्म असल में इरफान खान और कोंकणा सेन शर्मा के लिए लिखी गई थी. बड़ा खुलासा.
फिल्म निर्देशक अनुराग बसु की नई फिल्म मेट्रो… इन दिनों दर्शकों के दिलों को छू रही है. ये फिल्म उनकी 2007 की हिट फिल्म लाइफ इन ए मेट्रो की अगली कड़ी मानी जा रही है. लेकिन हाल ही में हुए एक इंटरव्यू में अनुराग बसु ने एक भावुक खुलासा किया ये फिल्म असल में इरफान खान और कोंकणा सेन शर्मा के लिए लिखी गई थी. अनुराग ने बताया कि उन्होंने इस फिल्म की स्क्रिप्ट कई साल पहले लिखी थी और उस समय वो लाइफ इन ए मेट्रो के इरफान और कोंकणा के किरदारों की कहानी को आगे बढ़ा रहे थे.
जब मैंने 3-4 साल पहले स्क्रिप्ट लिखनी शुरू की थी, तो कोंकणा और इरफ़ान की स्टोरी को आगे बढ़ा रहा था. फिर वो स्क्रिप्ट किनारे रख दी गई और मैं दूसरे प्रोजेक्ट्स में व्यस्त हो गया. लेकिन जब वो स्क्रिप्ट पर दोबारा लौटे, तो कोर स्टोरी वही रही. इरफान की कमी जरूर महसूस हुई, लेकिन कोंकणा की भूमिका उनके दिमाग में शुरू से ही थी. कोंकणा की कास्टिंग तो मेरे दिमाग में पहले से थी... तो मैंने उसे फोन कर लिया. फिल्म के म्यूजिकल नेचर के चलते अनुराग बसु ने परंपरागत कास्टिंग प्रक्रिया को उलट दिया. उन्होंने पहले सिंगर्स को चुना, फिर ऐक्टर्स.
इस फिल्म की पहली फाइनल कास्टिंग कोंकणा और प्रीतम की थी. प्रीतम की मौजूदगी उनके लिए फिल्म की आत्मा जैसी थी. अनुराग हमेशा से मानते हैं कि म्यूजिक सिर्फ बैकग्राउंड में नहीं बल्कि फिल्म का एक किरदार होना चाहिए. अनुराग बसु का मानना है कि फिल्म बनाते समय ज़्यादा सोच-विचार करने से ईमानदारी कम हो जाती है. अगर आप हर वक्त सोचते रहो ये चलेगा या नहीं, इसमें ये डाल दें, वो बदल दें तो फिर आप फिल्म के साथ ईमानदारी नहीं कर रहे.
उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, अगर सबको खुश ही करना है, तो फिर राजमा चावल बना लो, फिल्म क्यों बना रहे हो? उनका मानना है कि फिल्ममेकिंग एक ईमानदार प्रक्रिया होनी चाहिए, न कि हर किसी को संतुष्ट करने का साधन. इस फिल्म को संगीत, इमोशन्स और रिलेटेबल किरदारों की वजह से दर्शकों और आलोचकों दोनों से सराहना मिल रही है.