
नए टैलेंट को नहीं मिल रहे मौके, लेकिन बड़े सितारों को बार-बार कास्ट किया जा रहा- Hansal Mehta
हंसल मेहता और प्रतीक गांधी ने बॉलीवुड के निर्माताओं से अपील की कि वो बड़े नामों और एक ही ग्रुप के कलाकारों पर निर्भर रहने के बजाय नए टैलेंट के साथ काम करें.
फिल्म निर्माता हंसल मेहता और अभिनेता प्रतीक गांधी ने बॉलीवुड में नए टैलेंट को मौका देने की जरूरत पर जोर दिया. हाल ही में एक शो में बोलते हैं कि नए कलाकारों पर भरोसा करना एक छोटा जोखिम जरूर है, लेकिन इसके फायदे कई हैं. हालांकि इंडस्ट्री ने इस रास्ते को सुरक्षा के नाम पर बंद कर दिया है.
हंसल मेहता ने क्या कहा?
हंसल मेहता, जो हाल ही में सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर बात कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि 2000 के दशक में UTV जैसे स्टूडियोज नए कलाकारों को बढ़ावा देते थे. आजकल ये काम कुछ ही लोग कर रहे है, जो प्रतीक गांधी, जहान कपूर और गगन देव रियाल जैसे कलाकारों को मौका दे रहा है और उन्हें सफल बना रहा है. उन्होंने कहा, हम एक ऐसे दौर में हैं जहां बहुत सारा टैलेंट मौजूद है, लेकिन उन्हें मौके नहीं मिल रहे. ये रास्ता सुरक्षा के नाम पर बंद कर दिया गया है.
इसके आगे उन्होंने तंज कसते हुए कहा, जो बड़े सितारे बार-बार मौके पा रहे हैं. उन्होंने कितनी बार फ्लॉप दी है? उनकी सफलता की दर क्या है? जब वो असफल होते हैं, तो वो पूरी फिल्म को डुबा देते हैं. अगर आप थोड़ा जोखिम उठाकर नए कलाकारों को कास्ट करेंगे. तो नुकसान भी कम होगा और फायदे ज्यादा मिलेंगे.
प्रतीक गांधी ने नए टैलेंट के लिए चिंता जताई
प्रतीक गांधी, जो गुजराती थिएटर और फिल्मों से आए हैं और स्कैम 1992 के बाद चर्चा में आए. उन्होंने भी इसी मुद्दे पर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा, नए टैलेंट के लिए जगह लगातार सिकुड़ रही है. हर कोई उन्हीं कुछ गिने चुने कलाकारों के साथ काम कर रहा है. जब आप लोगों से बात करते हैं, तो वो कहते हैं. अच्छे ऐक्टर्स नहीं हैं! जबकि सच्चाई ये है कि कई कलाकार अपने मौके का इंतजार कर रहे हैं. इस गैप को सिर्फ निर्देशक और प्रोड्यूसर ही भर सकते हैं.
प्रतीक गांधी के अपकमिंग प्रोजेक्ट्स
प्रतीक गांधी जल्द ही हंसल मेहता की महात्मा गांधी पर आधारित वेब सीरीज में नजर आएंगे. उन्होंने बताया कि पिछले पांच सालों में उनकी और हंसल मेहता की एक गहरी समझ विकसित हुई है. उनकी नई फिल्म घमासान, जिसे तिग्मांशु धूलिया ने निर्देशित किया है. इस एक फिल्म फेस्टिवल में प्रीमियर हुई. इस फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत साउथ कोरियन फिल्म A Normal Family के साथ हुई थी. इस दौरान कई दिग्गज फिल्ममेकर जैसे विक्रमादित्य मोटवाने, नंदिता दास, अभिषेक चौबे और हनी त्रेहन भी मौजूद रहे.