Panchayat Season 4 के पीछे छुपा है एक असली फुलेरा गांव! फैक्ट्स जानकर हैरान हो जाओगे
x
Panchayat Season 4 facts

Panchayat Season 4 के पीछे छुपा है एक असली फुलेरा गांव! फैक्ट्स जानकर हैरान हो जाओगे

दरअसल, फुलेरा कोई काल्पनिक गांव नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित महोदिया गांव है, जहां सीरीज की शूटिंग होती है.


अगर आप पंचायत वेब सीरीज के फैन हैं, तो आपने हाल ही में सीजन 4 जरूर देख लिया होगा. इस शो ने लोगों का दिल इसलिए जीता क्योंकि ये गांव की जिंदगी और जमीनी मुद्दों को बिल्कुल असली तरीके से दिखाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सीरीज में दिखाया गया फुलेरा गांव असल में एक रियल लोकेशन है? दरअसल, फुलेरा कोई काल्पनिक गांव नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित महोदिया गांव है, जहां सीरीज की शूटिंग होती है.

सचिव जी का दफ्तर – रील में पीला, रियल में गुलाबी

शो में सचिव जी का दफ्तर पीले रंग में दिखाया गया है, जिससे एक साधारण और पिछड़े सरकारी माहौल का अहसास होता है, लेकिन रियल लाइफ में यही दफ्तर गुलाबी रंग से पेंटेड है. शूटिंग से पहले इसे पीला रंग दिया जाता है और शूट के बाद फिर से गुलाबी रंग में रंग दिया जाता है.

किराया – सिर्फ 500 प्रति दिन

इस दफ्तर को प्रोडक्शन टीम ने महज 500 रुपये प्रति दिन किराए पर लिया था. शो में सचिव जी जिस कमरे से काम करते हैं, वो दरअसल उसी पंचायत भवन का गेस्ट रूम है.

अंदर से कितना मॉडर्न है दफ्तर?

शो में पंचायत कार्यालय को सीमित संसाधनों और कम रोशनी में दिखाया जाता है ताकि एक ग्रामीण संघर्ष का वातावरण बने, लेकिन रियल लाइफ में ये दफ्तर काफी मॉडर्न और सुविधाजनक है. यहीं पर मेकर्स की क्रिएटिविटी नजर आती है. रियल जगह को रील के लिए बदल देना.

प्रधान जी का घर असल और सेट में ज्यादा फर्क नहीं

प्रधान जी का घर, जिसमें उनकी फैमिली बैठती है, जहां रिंकी छत पर जाकर सचिव जी से फोन पर बात करती है. ये सब सेट पर नहीं बल्कि असल घर में शूट हुआ है. फर्क सिर्फ ये है कि असली घर का मेन गेट बड़ा है, लेकिन शो में उसे छोटा और पुराने ज़माने का दिखाया गया है.

क्या सिर्फ शो के लिए बनाया गया?

राहुल पांडे मेमोरियल लाइब्रेरी, जो सीजन 3 में दिखाई गई थी, असल में गांव में नहीं है. ये सिर्फ शो के लिए बनाया गया था. हैंडपंप, जो सचिव जी अक्सर इस्तेमाल करते हैं, वो भी शो के लिए ही लगाया गया था और शूटिंग खत्म होते ही हटा दिया गया. पंचायत की सफलता की एक बड़ी वजह इसकी authenticity है. असली लोकेशन को इस तरह कैमरे पर ढालना कि वो और भी असली लगे, यही इस शो की ताकत है.

Read More
Next Story