
वरिष्ठ अभिनेता और फिल्म निर्माता Deb Mukherjee का 83 साल की उम्र में हुआ निधन
उनका निधन उम्र से जुड़ी बीमारियों के कारण हुआ, जिससे मुखर्जी परिवार और फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई.
मशहूर अभिनेता और फिल्म निर्माता देब मुखर्जी का 14 मार्च 2025 को मुंबई में निधन हो गया. वो 83 साल के थे. मुखर्जी परिवार के एक अहम सदस्य देब मुखर्जी जाने-माने फिल्मकार शशधर मुखर्जी के बेटे थे और उन्होंने बॉलीवुड की सांस्कृतिक और कलात्मक धारा को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वो प्रसिद्ध निर्देशक अयान मुखर्जी के पिता भी थे.
देब मुखर्जी ने 1969 में फिल्म से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद उन्होंने एक बार मुस्कुरा दो और जो जीता वही सिकंदर जैसी सफल फिल्मों में काम किया. हालांकि उनके अधिकतर किरदार सहायक भूमिकाओं में रहे, लेकिन उनकी अदाकारी ने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी थी. उनका करियर कई दशकों तक चला और दो आंखें बारह हाथ और बातों बातों में जैसी फिल्मों में उनकी भूमिकाएं आज भी याद की जाती हैं.
फिल्मों के अलावा देब मुखर्जी बॉलीवुड की सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों में भी एक्टिव थे. वो खासतौर पर नॉर्थ बॉम्बे दुर्गा पूजा उत्सव के आयोजन में अहम भूमिका निभाते थे और फिल्म इंडस्ट्री के सामाजिक दायरे में उनका खासा प्रभाव था. देब मुखर्जी का परिवार भी फिल्मी दुनिया से गहराई से जुड़ा रहा है. वो अभिनेता जॉय मुखर्जी और शोमू मुखर्जी के भाई थे और मशहूर अभिनेत्रियां काजोल और रानी मुखर्जी उनके भतीजी थीं. इसके अलावा वो निर्देशक आशुतोष गोवारिकर के ससुर भी थे. उनके बेटे अयान मुखर्जी बॉलीवुड के सफल निर्देशकों में गिने जाते हैं, जिन्होंने वेक अप सिड और ये जवानी है दीवानी जैसी हिट फिल्में दी हैं.
उनका निधन उम्र से जुड़ी बीमारियों के कारण हुआ, जिससे मुखर्जी परिवार और फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई. य़े खबर खासकर होली के त्योहार के समय आई, जिससे ये और भी भावनात्मक हो गई. परिवार ने शुक्रवार सुबह उनके निधन की पुष्टि की. उनका अंतिम संस्कार आज मुंबई के जुहू स्थित पवन हंस श्मशान घाट में किया जाएगा, जहां मुखर्जी परिवार के सदस्यों के अलावा बॉलीवुड के कई बड़े सितारे शामिल हो सकते हैं.
देब मुखर्जी का करियर कई बेहतरीन भूमिकाओं से सजा रहा. उन्होंने तू ही मेरी जिंदगी और अभिनायक जैसी फिल्मों से छोटे किरदारों की शुरुआत की और फिर जो जीता वही सिकंदर और किंग अंकल जैसी फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं. उनका आखिरी ऑन-स्क्रीन किरदार 2009 में विशाल भारद्वाज की फिल्म कमीने में देखा गया था, जिसमें उन्होंने एक छोटी भूमिका निभाई थी.
1941 में कानपुर में जन्मे देब मुखर्जी बॉलीवुड के सबसे प्रतिष्ठित फिल्मी परिवारों में से एक का हिस्सा थे. उनकी मां सत्यदेवी महान कलाकार अशोक कुमार, अनुप कुमार और किशोर कुमार की बहन थीं. उनके भाई शोमू मुखर्जी ने बॉलीवुड एक्ट्रेस तनुजा से शादी की थी, जिनकी बेटियां काजोल और रानी मुखर्जी आज फिल्म इंडस्ट्री की बड़ी स्टार्स हैं. देब मुखर्जी अपने पीछे अपनी पत्नी, दो बच्चों और भारतीय सिनेमा में एक अमिट विरासत छोड़ गए हैं. उनकी कला और योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और उनके फैंस के दिलों में वो हमेशा जीवित रहेंगे.