Shark Tank India 4: शार्क टैंक इंडिया में अनुपम और नमिता के बीच तीखी बहस हुई, फैमिली बिजनेस का तंज कसा
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Shark Tank India 4: शार्क टैंक इंडिया में अनुपम और नमिता के बीच तीखी बहस हुई, फैमिली बिजनेस का तंज कसा

शार्क टैंक इंडिया में अनुपम मित्तल और नमिता थापर के बीच तीखी बहस हुई. अनुपम ने नमिता पर फैमिली बिजनेस का तंज कसा, जिससे नमिता नाराज हो गईं. बाद में नमिता ने अनुपम के साथ डील करने से मना कर दिया.


Shark Tank India सीजन 4 के हाल ही के एपिसोड में पहला पिचर ग्रीन डे था, जो एक कृषि सेवा ब्रांड है जिसका उद्देश्य सिर्फ शुध्द भोजन सभी जगह प्रदान करना है. वो किसानों को उनके खास रूप से अच्छे क्वालिटी के बीजों से खाना उगाना सिखाने के लिए उनके साथ एक पार्टनरशिप करते हैं. उन्होंने 1% इक्विटी के लिए 60 लाख रुपये मांगे. हालांकि उनका ब्रांड शार्क्स को खुश करता है, लेकिन जो बात सबसे खास है वो है डील पाने के लिए नमिता थापर और विनीता सिंह की लड़ाई.

पिचर्स में से एक प्रतीक ने बताया कि उन्होंने आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए किया है. वही इस संस्थान की एक्स छात्रा विनीता सिंह उनसे बैच के बारे में पूछती हैं और कहती हैं कि वो उनकी जूनियर हैं. वो साल 2007 बैच के बहुत बच्चे थे. वो आगे बताते हैं कि उन्होंने अपनी शादी के बाद किसानों के करीब रहने और अपने विकास को जारी रखने के लिए एक गांव में दो साल बिताए. अनुपम मित्तल मजाक में कहते हैं कि उन्होंने लंबे हनीमून का आनंद लिया.

कुणाल बहल ने ये भी खुलासा किया कि वो प्रतीक से पहले भी मिल चुके हैं, लेकिन उस समय कंपनी शुरुआती दिनों में थी और उन्हें इसमें निवेश करने लायक नहीं लगा. जबकि सभी शार्क पीछे हट गए. नमिता थापर और विनीता सिंह अलग-अलग ऑफर देते हैं. विनीता 2% इक्विटी के लिए बिना रॉयल्टी के 60 लाख रुपये की ऑफर करती है, जबकि नमिता 1% इक्विटी के लिए 60 लाख रुपये और 60 लाख वापस मिलने तक 0.5% रॉयल्टी की ऑफर करती है.

सोचने के लिए समय लेने के बाद पिचर्स पूछते हैं कि क्या शार्क एक साथ आएंगे. जबकि विनीता तैयार थी, नमिता अकेले जाना चाहती थी. जैसा कि पिचर कहते हैं, विनीता, आप एक्स छात्र हैं, बेस्ट हैं.. नमिता बीच में बोलती है और कहती है, मेरे पिता भी आईआईएम अहमदाबाद से हैं. अनुपम मित्तल उन्हें चिढ़ाते हुए कहते हैं, पापा के नाम पर डील भी लोगी. वो जवाब देती है कि वो जो भी ले सकती है ले लेगी. पिचर्स नमिता थापर के ऑफर के साथ जाते हैं क्योंकि उनका मानना है कि उनमें दृढ़ विश्वास है कि उनकी कंपनी को इसकी आवश्यकता है.

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