
फुल पैसा वसूल है ‘Son Of Sardar 2’, लेकिन ‘धड़क 2’ भी निकली दमदार किस जोड़ी ने मारी बाज़ी?
अजय देवगन-मृणाल ठाकुर की Son Of Sardar 2 और सिद्धांत चतुर्वेदी-तृप्ति डिमरी की धड़क 2 ने मचाया धमाल. जानें किस फिल्म और जोड़ी ने दर्शकों और क्रिटिक्स का दिल जीता.
साल 2025 की दो बड़ी और बहुप्रतीक्षित फिल्मों ने सिनेमाघरों में एक साथ दस्तक दी. Son Of Sardar 2 और धड़क 2 एक तरफ जहां अजय देवगन और मृणाल ठाकुर की जोड़ी दर्शकों को हंसी का बूस्टर दे रही है, वहीं दूसरी ओर सिद्धांत चतुर्वेदी और तृप्ति डिमरी की इमोशनल और रियलिस्टिक केमिस्ट्री लोगों के दिल को छू रही है.
आइए दोनों फिल्मों और इनकी जोड़ी की परफॉर्मेंस का ईमानदार कम्पेरिजन करते हैं.
1. कहानी में दम किसका?
फिल्म Son Of Sardar 2 साल 2012 की हिट Son Of Sardar का सीक्वल है, जिसमें पुराने पंजाबी टच को बनाए रखते हुए एक नई कहानी पेश की गई है. फिल्म पूरी तरह से फुल एंटरटेनमेंट पैकेज है. कॉमेडी, एक्शन और पंच डायलॉग्स से भरपूर. वही फिल्म धड़क 2 का टोन काफी गंभीर और संवेदनशील है. जहां पहली धड़क में मासूमियत थी, वहीं सीक्वल में रिश्तों की गहराई और समाज की हकीकत दिखाई गई है. फिल्म का नैरेटिव धीमा जरूर है, लेकिन दिल को छू जाता है. किसने मारी बाजी? कहानी के स्तर पर धड़क 2 ज्यादा सोचने पर मजबूर करती है, जबकि Son Of Sardar 2 मजेदार लेकिन अपेक्षित ट्रैक पर चलती है.
2. जोड़ी की केमिस्ट्री कौन रहा हिट?
सिद्धांत चतुर्वेदी और तृप्ति डिमरी दोनों ने पहली बार साथ काम किया है, लेकिन स्क्रीन पर उनकी ट्यूनिंग कमाल की लगी. भावनात्मक दृश्यों में दोनों का अभिनय बहुत रियल लगता है. खासकर तृप्ति की आंखों से बयां होता दर्द और सिद्धांत की नाजुक प्रतिक्रिया दर्शकों को भावुक कर देती है. वही अजय देवगन और मृणाल ठाकुर की कॉमिक टाइमिंग मासूम है, लेकिन तेज किरदार में बहुत अच्छा तालमेल है. दोनों की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री काफी फ्रेश लगती है, हालांकि कुछ जगह पर थोड़ी स्क्रिप्टिक ओवरडोज़ महसूस होती है. जहां धड़क 2 में केमिस्ट्री गहराई से जुड़ी है, वहीं Son Of Sardar 2 में एंटरटेनिंग केमिस्ट्री है. यहां पसंद दर्शक की सोच पर निर्भर करती है. अगर दिल को छूने वाली केमिस्ट्री चाहिए तो धड़क 2 और अगर मजेदार चाहिए तो Son Of Sardar 2.
3. म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर
फिल्म धड़क 2 का साउंडट्रैक ही इसकी सबसे कमजोर कड़ी साबित हो रही है. कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर इसकी आलोचना की है और पुराने धड़क के गानों से तुलना की है. हालांकि बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है जो इमोशनल सीन्स को उभारता है. वही Son Of Sardar 2 गानों में पंजाबी तड़का है जो थियेटर में माहौल बना देता है. हालांकि गाने बहुत लंबे समय तक याद रहने वाले नहीं हैं, लेकिन मूड सेट करने में सफल हैं. फिल्म Son Of Sardar 2 म्यूजिक के मामले में थोड़ी बढ़त ले जाती है.
4. दर्शकों और क्रिटिक्स का रिस्पॉन्स
फिल्म धड़क 2 क्रिटिक्स ने फिल्म की कहानी, सिनेमैटोग्राफी और लीड एक्टर्स की परफॉर्मेंस की सराहना की है. हालांकि इसकी धीमी गति और साउंडट्रैक को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिली हैं. वही फिल्म Son Of Sardar 2 दर्शकों ने सोशल मीडिया पर फिल्म की खूब तारीफ की है. फुल पैसा वसूल, हंसी रोक नहीं पाए जैसे कमेंट्स वायरल हैं. पब्लिक एंटरटेनमेंट वैल्यू के मामले में Son Of Sardar 2 आगे है, लेकिन सिनेमाई गुणवत्ता में धड़क 2 कमजोर नहीं है. दोनों फिल्मों की टोन, टारगेट ऑडियंस और ट्रीटमेंट अलग है. अगर आप इमोशनल ड्रामा और गहराई चाहते हैं तो धड़क 2 देखें और अगर आप हंसी और मस्ती से भरी मसाला एंटरटेनमेंट फिल्म चाहते हैं तो Son Of Sardar 2 आपके लिए है.