The Sabarmati Report: कहानी जो आपको झकझोर देगी, कमाल की ऐक्टिंग में नजर आए Vikrant Massey
द साबरमती रिपोर्ट के बारे में ऐसा कहा जा रहा है कि ये फिल्म साल 2002 में गुजरात में गोधरा ट्रेन जलाने की घटना के बाद सामने आई सच्ची घटनाओं से प्रेरित है.
The Sabarmati Report निर्देशक रंजन चंदेल की आने वाली फिल्म में विक्रांत मैसी, राशि खन्ना और रोधी डोगरा लीड रोल में दिखाई देंगे. ये फिल्म 15 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है. ये फिल्म ट्रेलर के रिलीज के बाद से विवादों में घिरी हुई है. ऐसा कहा जाता है कि ये साल 2002 में गुजरात में गोधरा ट्रेन जलाने की घटना के बाद हुई सच्ची घटनाओं से प्रेरित है. द साबरमती रिपोर्ट में विक्रांत पत्रकार के रूप में नजर आएंगे. ये मीडिया रिपोर्टों के आधार पर सच्ची घटनाएं हैं, जिन्होंने फिल्म को प्रेरित किया है.
27 फरवरी साल 2002 की सुबह साबरमती एक्सप्रेस के एक कोच एस 6 में आग लगा दी गई थी और उस कोच में सफर कर रहे 59 यात्रियों की जलकर मौत हो गई थी. ट्रेन तभी गुजरात के अहमदाबाद से करीब 125 किलोमीटर दूर गोधरा स्टेशन पर पहुंच चुकी थी. पीड़ितों में 27 महिलाएं और 10 बच्चे शामिल थे. बाकी 48 यात्रियों को चोटें आईं थी. जांच के दौरान रिपोर्ट के मुताबिक मारे गए 59 लोगों में से ज्यादातर कार सेवक थे जो उत्तर प्रदेश के अयोध्या से लौट रहे थे.
उस हादसे में जीवित बचे लोगों के अनुसार उन्हें जलाने से पहले ट्रेन पर पथराव किया गया और डिब्बों पर मिट्टी का तेल डाला गया था. एस 6 कोच में फंसे कुछ लोग ही टूटी खिड़कियों से रेंगकर बाहर निकलने में कामयाब रहे. बच्चे, बड़े और बूढ़े लोग अंदर फंसे हुए थे और कई लोग अपनी जान की गुहार लगा रहे थे. कार सेवक वो लोग हैं जो किसी धार्मिक उद्देश्य के लिए निःशुल्क अपनी सेवाएं देते हैं. कार सेवक उस हादसे का हिस्सा थे जिसने दशकों तक अयोध्या में राम मंदिर की मांग की और इसे हासिल करने के लिए संघर्ष किया.
आपको बता दें, साबरमती एक्सप्रेस ने बिहार के मुजफ्फरपुर से अपनी यात्रा शुरू की थी और अहमदाबाद जा रही थी. गोधरा ट्रेन जलाने की घटना के कुछ ही घंटों के अंदर पूरे गुजरात में हिंसक दंगे भड़क उठे थे. पूरे राज्य में 2-3 महीने तक दंगे चलते रहे थे. दंगे हजारों लोगों के मारे जाने और घायल होने के साथ खत्म हुआ और सैकड़ों लोग लापता हो गए और कई लोग बेघर हो गए थे. फरवरी साल 2011 में गोधरा ट्रेन अग्निकांड में 31 लोगों को दोषी ठहराया गया था. आरोपियों पर साबरमती एक्सप्रेस के एस-6 कोच को जलाने के मामले में आपराधिक साजिश और हत्या का आरोप लगाया गया था.