कारगिल युद्ध पर आधारित ये 7 फिल्में, जो OTT पर हैं देखने लायक
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कारगिल युद्ध पर आधारित ये 7 फिल्में, जो OTT पर हैं देखने लायक

कारगिल विजय दिवस पर ये 7 फिल्में और सीरीज कारगिल युद्ध के चैंपियनों की वीरता और को दर्शाती है.


26 जुलाई को भारत में कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो 1999 के कारगिल युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों की जीत का प्रतीक है. इस युद्ध ने न केवल देश के संकल्प की परीक्षा ली, बल्कि भारतीय सैनिकों की बहादुरी और बलिदान को भी उजागर किया. बॉलीवुड ने कई बेहतरीन फिल्मों के माध्यम से इन नायकों को श्रद्धांजलि दी है और कई ओटीटी सीरीज ने भी कारगिल युद्ध के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया है. फेडरल ने 7 फिल्मों और सीरीज का चुना है जो कारगिल युद्ध के चैंपियनों की वीरता दर्शाती हैं.

LOC कारगिल

जेपी दत्ता की फिल्म एलओसी में एक युद्ध दिखाया गया, जिसमें जवाबी कार्रवाई, ऑपरेशन विजय भी शामिल है. ये फिल्म अब तक की बनी सबसे लंबी भारतीय फिल्मों में से एक है. ये फिल्म भारत के सैन्य इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना को दर्शाने का एक महत्वाकांक्षी प्रयास है. कई कथाओं और संजय दत्त, अजय देवगन, सैफ अली खान, सुनील शेट्टी और अभिषेक बच्चन जैसे कलाकारों की एक विशाल टोली के माध्यम से, यह सैनिकों और उनके परिवारों पर संघर्ष के वीरता, बलिदान और बोझ को दर्शाता है. ये फिल्म साल 2003 में रिलीज की गई थी.

धूप

ओम पुरी, रेवती और गुल पनाग की फिल्म धूप कैप्टन अनुज नैयर के जीवन पर आधारित है, जो कारगिल युद्ध के दौरान कार्रवाई में शहीद हो गए थे. ये कपूर परिवार को दिखाया जाता है क्योंकि वो अपने बेटे रोहित को खोने से जूझते हैं और उसके बलिदान के लिए मान्यता और सम्मान के लिए उनकी लड़ाई होती है. फिल्म धूम साल 2003 में सिनेमाघरों में रिलीज की गई थी.

लक्ष्य

कारगिल युद्ध पर आधारित लक्ष्य फिल्म करण शेरगिल की कहानी है, जो एक लक्ष्यहीन युवक है जो एक सनक में भारतीय सेना में भर्ती हो जाता है. इस फिल्म में करण शेरगिल का किरदार ऋतिक रोशन ने निभाया था. लद्दाख के शानदार सीन और बेहतरीन कोरियोग्राफ किए गए युद्ध के सीन फिल्म की अपील को बढ़ाते हैं. ये युद्ध के मैदान पर और बाहर दोनों जगह सैनिकों के सामने आने वाली चुनौतियों को दर्शाने से नहीं कतराता है. जीवन में उद्देश्य खोजने और देश प्रेम के लिए किए गए त्याग की कहानी लक्ष्य रिलीज के कई सालों बाद भी दर्शकों के बीच लोकप्रिय है.

टैंगो चार्ली

ये फिल्म तरुण चौहान के सफर को दिखाती है, जो एक युवा सीमा सुरक्षा बल में भर्ती होता है, क्योंकि वो पूर्वोत्तर भारत में उग्रवाद से लेकर कारगिल युद्ध तक भारत भर में विभिन्न संघर्षों का गवाह है. युद्ध फिल्मों के विपरीत, टैंगो चार्ली सैनिकों के कठोर जीवन को दर्शाती है. फिल्म में कई बेहतरीन कलाकार हैं, जिनमें हवलदार मोहम्मद अली के रूप में अजय देवगन, तरुण के गुरु, और संजय दत्त और सुनील शेट्टी भारतीय वायु सेना के पायलटों के रूप में विस्तारित कैमियो में शामिल हैं. ये फिल्म साल 2005 में रिलीज की गई थी.

गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल

साल 2020 में रिलीज हुई फिल्म गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल ये एक कारगिल युद्ध के दौरान युद्ध क्षेत्र में उड़ान भरने वाली भारतीय वायु सेना की पहली महिला पायलटों में से एक गुंजन सक्सेना की प्रेरक सच्ची कहानी बताती है. जान्हवी कपूर द्वारा गुंजन के रूप में ये फिल्म एक युवा लड़की के उड़ान के सपने से लेकर एक कुशल पायलट बनने तक के उसके सफर को चुनौतियों और पूर्वाग्रहों का सामना करते हुए दिखाती है. फिल्म में गुंजन के दृढ़ संकल्प और दृढ़ता को दिखाया गया है क्योंकि वो अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सामाजिक अपेक्षाओं और लैंगिक पूर्वाग्रहों को दूर करती है.

शेरशाह

साल 2021 में रिलीज हुई फिल्म शेरशाह ये परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवन को श्रद्धांजलि देता है, जो कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हो गए थे. सिद्धार्थ मल्होत्रा अभिनीत इस फिल्म में बत्रा की यात्रा को एक युवा लड़के से लेकर देश की सेवा करने के सपने देखने वाले एक सम्मानित सैनिक तक दिखाया गया है, जिसने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया. ये उनकी निजी जिंदगी को भी छूता है, जिसमें उनकी गर्लफ्रेंड डिंपल चीमा (कियारा आडवाणी) के साथ उनका रिश्ता भी शामिल है.

जीत की जिद

जीत की जिद ये सीरीज स्पेशल फोर्सेज के अधिकारी मेजर दीपेंद्र सिंह सेंगर की सच्ची कहानी से प्रेरित है. ये सीरीज अलग-अलग पार्ट में फैली हुई है, जिसमें स्पेशल फोर्सेज में उनके कठोर प्रशिक्षण, कई युद्ध अभियानों में उनकी भागीदारी और कारगिल युद्ध के दौरान उनके जीवन को बदल देने वाली चोट को दिखाया गया है.

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