Top 5 Movies: सिल्वर स्क्रीन पर छा जाते थे दिलीप साहब, जानें- क्यों बदला था नाम
Dilip Kumar Top 5 Movies: अपने शानदार करियर के दौरान जिन्होंने पांच दशकों से ज्यादा समय तक हिंदी सिनेमा में राज किया.
दिलीप कुमार एक ऐसा नाम जो बॉलीवुड के इतिहास में गूंजता है और भारतीय सिनेमा के महान सितारों में से एक के रूप में जानें जाते हैं. उन्होंने अपने फिल्मी करियर में बहुत सी हिट फिल्में दी हैं. अपने शानदार करियर के दौरान जो पांच दशकों से ज्यादा समय तक चले दिलीप कुमार ने लगभग 57 फिल्मों में काम किया. जिसमें 8 फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर मुगल-ए-आजम, अंदाज, आन, देवदास, नया दौर, मधुमती जैसी फिल्में के लिए मिले हैं. इसके अलावा फिल्म पैगाम, गूंगा जमना, राम और श्याम, और क्रांति ये सभी फिल्में आज भी देखी जाती हैं.
दिलीप कुमार ने क्यों बदला था अपना नाम?
पाकिस्तान में मुहम्मद यूसुफ खान के रूप में जन्मे कुमार ने ग्लैमर और चकाचौंध की दुनिया में कदम रखने से पहले अपना नाम बदल लिया था. उन्होंने 1944 में दिलीप कुमार के नाम से ज्वार भाटा में डेब्यू किया था. उन्होंने इसके पीछे कई कारण बताए और बताया कि कैसे नाम ने आगे एक शानदार करियर बनाया. एक पुराने इंटरव्यू में महान स्टार ने खुलासा किया कि उन्होंने ये नाम अपने पिता के डर से अपनाया था. दिलीप कुमार के अनुसार उस समय सिनेमा की खराब छवि के कारण उनके पिता ने उनके अभिनय करियर को कभी मंजूरी नहीं दी थी. उन्होंने बताया कि उनके पिता अभिनय को 'नौटंकी' कहते थे. जिसके चलते दिलीप कुमार ने सोचा कि स्क्रीन नाम अपनाने से उनके दर्शकों के बीच एक अलग अपील मिलेगी. इतना ही नहीं उनके कई फैंस के लिए वो आज भी भी मुगल-ए-आजम के सलीम हैं और कई लोगों के लिए शरतचंद्र चट्टोपाध्याय के देवदास का देवा कहते हैं.
गोपी
सायरा बानो के साथ ये दिलीप कुमार की पहली फिल्म थी. ये बॉक्स ऑफिस पर सफल रही थी. इस फिल्म में दिलीप कुमार ने एक बेरोजगार व्यक्ति की भूमिका निभाई दी और सायरा बानू ने एक गांव की लड़की की भूमिका निभाई थी.
सगीना महतो
उसी साल दिलीप कुमार और सायरा बानू ने एक बंगाली फिल्म में काम किया, जो इस भाषा की फिल्म में सिर्फ अभिनेता कैमियो रोल में थे.
सगीना
ये फिल्म 1970 की बंगाली फिल्म सगीना महतो का हिंदी रीमेक है, जिसमें सेलिब्रिटी जोड़ी ने अपनी भूमिकाओं को दोहराया था. ये फिल्म एक नेता के जीवन पर आधारित थी.
बैराग
अपनी पत्नी के साथ चौथी फिल्म में दिलीप कुमार ने एक पिता और जुड़वां बेटों के रूप में तीन भूमिकाएं निभाई थी. हालांकि तीन भूमिकाओं में उनके अभिनय की सराहना की गई और उन्हें बेस्ट अभिनेता के लिए फिल्मफेयर नामांकन भी मिला, लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल रही थी. यहां सायरा बानू एक देहाती लड़की तारा की भूमिका निभाई थी.
दुनिया
बॉक्स-ऑफिस नंबरों के अनुसार इस फिल्म ने दिलीप कुमार के लिए सफलता की वापसी की. यहां दिलीप कुमार मोहन कुमार की भूमिका निभाई थी, जबकि सायरा बानू ने सुमित्रा कुमार की भूमिका में नजर आई थीं. दिलीप कुमार हमेशा एक ऐसे अभिनेता रहेंगे जिनके काम को हमेशा याद रखा जाएगा.