इस अभिनेता ने रामलीला से की एक्टिंग की शुरुआत, आमिर खान की इस फिल्म से मिली पहचान
हम आपके लिए एक ऐसे बॉलीवुड अभिनेता की कहानी लेकर आए हैं, जिन्होंने रामलीला में भाग लेकर अपनी एक्टिंग की शुरूआत की थी. बी-टाउन के कुछ दिग्गजों कलाकारों के साथ भी उन्होंने स्क्रीन शेयर की है.
हर साल बड़ी संख्या में लोग बॉलीवुड स्टार बनने के अपने सपने को साकार करने के लिए मुंबई आते हैं. जहां कुछ लोग इतने लकी होते हैं कि उन्हें इंडस्ट्री में एक दम से काम मिलता है, वहीं कई को टॉप पर पहुंचने के लिए संघर्ष करना पड़ता है. यशपाल शर्मा एक ऐसे कलाकार हैं जो हमेशा से अभिनेता बनना चाहते थे. बचपन में वो दशहरे के दौरान होने वाली रामलीला में एक्टिंग करते थे. यशपाल शर्मा जन्म हिसार में हुआ था और अपनी कला को निखारने के लिए नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में दाखिला लिया था.
कुछ सालों तक एनएसडी में काम करने के बाद, उन्होंने जया बच्चन, अनुपम खेर, नंदिता दास और कई दिग्गज सितारों के साथ हज़ार चौरासी की मां से अपनी फिल्मी शुरुआत की थी. साल 1988 की फिल्म में यशपाल शर्मा की छोटी भूमिका ने लोगों के मन में एक अलग छाप छोड़ी थी. फिर उन्हें अर्जुन पंडित और मुझे कुछ कहना है जैसी फिल्में ऑफर हुई थी, लेकिन ये आमिर खान की पीरियड स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म लगान थी, जिसने उन्हें सबसे आगे ला दिया. लाखा के उनके किरदार ने उन्हें शहर में चर्चा का विषय बना दिया था.
एक साल बाद यशपाल शर्मा ने चमेली में करीना कपूर खान के साथ स्क्रीन शेयर की थी. उसके बाद गंगाजल ने उन्हें बेस्ट खलनायकों में से एक के रूप में जाना गया था. यहां से उनका सफर आगे बढ़ता गया और उन्हें सिंह इज किंग, लम्हा, अक्षय कुमार और सोनाक्षी सिन्हा की राउडी राठौड़, गैंग्स ऑफ वासेपुर, सलमान खान की ट्यूबलाइट, सैफ अली खान और रानी मुखर्जी की बंटी और बबली 2 जैसी कई ब्लॉकबस्टर हिट फिल्में मिलीं. इस साल की शुरुआत में यशपाल ने कार्तिक आर्यन की चंदू चैंपियन में मेजर उत्तम सिंह की भूमिका निभाई थी.
जहां यशपाल शर्मा ने कई भाषाओं में काम करने वाले एक अभिनेता के रूप में अपनी योग्यता साबित की है, वहीं उन्होंने फिल्म निर्माण में भी हाथ आजमाया और हरियाणवी भाषा की जीवनी पर आधारित फिल्म दादा लखमी का निर्देशन किया. एक्टर ने फिल्म में मुख्य भूमिका भी निभाई, जिसने हरियाणवी में बेस्ट फीचर फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला और अपने नाम किया.