AAIB ने सौंपी एयर इंडिया विमान हादसे की जांच रिपोर्ट, जल्द किया जाएगा सार्वजनिक
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AAIB ने सौंपी एयर इंडिया विमान हादसे की जांच रिपोर्ट, जल्द किया जाएगा सार्वजनिक

एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ने अभी जो रिपोर्ट सौंपी गई है वो शुरुआती जांच में मिले तथ्यों पर आधारित है.


एयर इंडिया 171 विमान हादसे की जांच कर रही एजेंसी एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने इस दुर्घटना को लेकर अपनी शुरुआती रिपोर्ट नागरिक उड्डयन मंत्रालय और इससे जुड़े विभागों को सौंप दी है. जल्द ही इअस रिपोर्ट को सार्वजनिक भी कर दिया जाएगा. एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ने इस हादसे को लेकर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट को पिछले महीने ही तैयार कर लिया था. अभी जो रिपोर्ट सौंपी गई है वो शुरुआती जांच में मिले तथ्यों पर आधारित है.

एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो की रिपोर्ट में क्या है ये साफ नहीं है. लेकिन माना जा रहा है कि इसमें हादसे की वजहों से जुड़ी अहम बातें बताई गई हैं. 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान उड़ान भरने के 32 सेकंड बाद ही क्रैश हो गया था. विमान में 241 लोग सवार थे, जिनमें 10 क्रू मेंबर और 2 पायलट भी शामिल थे. सभी की मौत हो गई जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हैं. सिर्फ एक यात्री, जो सीट 11A पर बैठा था, वो बाल-बाल बच गया.

विमान के ब्लैक बॉक्स कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर को हादसे के कुछ दिनों कुछ दिन रिकवर किया गया. एक 13 जून को हादसे वाली जगह की एक बिल्डिंग की छत से मिला और दूसरा 16 जून को मलबे से बरामद किया गया.

हादसे के एक हफ्ते बाद एयर इंडिया के तीन ट्रेनिंग पायलटों ने मुंबई में ऐसी ही स्थिति को दोहराने की कोशिश की, जिससे यह हादसा हुआ होगा. उन्होंने यह जांचने की कोशिश की कि अगर उड़ान के तुरंत बाद बिजली या इंजन फेल हो जाए, तो क्या विमान ऊपर नहीं उठ पाएगा. लेकिन वे इसमें सफल नहीं हुए. पायलटों ने विमान का "ट्रिम शीट" डाटा भी दोहराया. यह एक ऐसा कागज होता है जिससे पता चलता है कि विमान का वजन और संतुलन सही है या नहीं.

जांच में जुटी एजेंसियां ब्लैक बॉक्स से मिले डाटा को देख रहे हैं. वे यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि ईंधन से जुड़े स्विच उड़ान के वक्त कैसे थ.। वे यह भी जांच रहे हैं कि कहीं कोई इंजन गलती से बंद तो नहीं कर दिया गया था. यह भी देखा जा रहा है कि क्या दोनों इंजन बंद हो जाने से विमान गिरा. एयर इंडिया के बोइंग 787 पायलटों को इतनी कम ऊंचाई (400 फीट से कम) पर दोनों इंजनों के फेल हो जाने की स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग नहीं दी जाती और AI-171 का हादसा इतनी ही ऊंचाई पर हुआ था.

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