
एयर इंडिया के दुर्घटनाग्रस्त विमान AI-171 के ब्लैक बॉक्स की जांच है जारी, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जारी किया बयान
मंत्रालय ने बताया कि, 25 जून 2025 को मेमोरी मॉड्यूल को सफलतापूर्वक एक्सेस कर लिया गया और उसका डेटा को AAIB लैब में डाउनलोड कर लिया गया है.
12 जून को एयर इंडिया का फ्लाइट AI-171 अहमदबाद से लंदन के लिए उड़ान भरते हुए ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. जिसकी जांच एयरकॉफ्ट एक्सीडेंट इंवेस्टगेशन ब्यूरो (AAIB) के महानिदेशक के नेतृत्व में की जा रही है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस जांच में अब तक हुई प्रगति को एक बयान जारी किया है.
मंत्रालय के मुताबिक, विमान के कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) के डेटा का विश्लेषण जारी है. इसका मकसद दुर्घटना की घटनाओं के क्रम का रिकंस्ट्रक्शन करना है जिससे उन कारणों का पता लगाया जा सके जिसने विमान दुर्घटना में योगदान दिया है जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और विमानन सुरक्षा को बेहतर किया जा सके. मंत्रालय ने कहा है कि, सभी कार्रवाई घरेलू कानूनों और अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के पूर्ण अनुपालन को ध्यान में रखने हुए समयबद्ध रूप से की गई है.
AAIB के महानिदेशक के नेतृत्व में हो रही जांच
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा, विमान दुर्घटना के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए 13 जून 2025 को Multidisciplinary जांच टीम का गठन किया गया है. यह टीम अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुरूप गठित की गई है, जिसका नेतृत्व AAIB के महानिदेशक कर रहे हैं. टीम में एक एविएशन मेडिसिन विशेषज्ञ, एक ATC अधिकारी, और अमेरिका के नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के प्रतिनिधि भी शामिल हैं, जैसा कि ऐसी जांचों के लिए आवश्यक होता है (डिजाइन और निर्माण के देश की जांच एजेंसी होने के नाते).
ब्लैक बॉक्स से डेटा की रिकवरी और जांच पर स्थिति रिपोर्ट – एयर इंडिया फ्लाइट AI-171
मंत्रालय ने बताया कि, भारत, ICAO शिकागो कन्वेंशन (1944) का हस्ताक्षरकर्ता होने के नाते, विमान दुर्घटनाओं की जांच ICAO अनुच्छेद 13 और विमान (दुर्घटनाओं और घटनाओं की जांच) नियम, 2017 के अनुसार करता है. ऐसी जांचों के लिए विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) को अधिकृत संस्था नामित किया गया है. मंत्रालय ने बताया कि,
कोकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) दोनों डिवाइस बरामद कर लिए गए हैं. पहला ब्लैक बॉक्स 13 जून 2025 को दुर्घटनास्थल पर एक इमारत की छत से मिला. दूसरा ब्लैक बॉक्स 16 जून 2025 को मलबे से बरामद हुआ. इन उपकरणों को सुरक्षित रखने, संग्रहण और परिवहन के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएं (SOPs) जारी की गई. अहमदाबाद में इन्हें 24x7 पुलिस सुरक्षा और CCTV निगरानी में रखा गया.
विमान के ब्लैक बॉक्स को 24 जून को भारतीय वायु सेना के विमान में फुल सिक्योरिटी के साथ अहमदाबाद से दिल्ली लाया गया है. फ्रंट ब्लैक बॉक्स DG, AAIB के साथ दोपहर 2 बजे AAIB लैब, दिल्ली पहुंचा. रियर ब्लैक बॉक्स दूसरी AAIB टीम द्वारा लाया गया और शाम 5.15 बजे लैब लाया गया. 24 जून 2025 की शाम को, DG AAIB के नेतृत्व में AAIB और NTSB के तकनीकी सदस्यों की टीम ने डेटा निष्कर्षण की प्रक्रिया शुरू की. फ्रंट ब्लैक बॉक्स से क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल (CPM) को सुरक्षित रूप से निकाला गया है. 25 जून 2025 को मेमोरी मॉड्यूल को सफलतापूर्वक एक्सेस कर लिया गया और उसका डेटा को AAIB लैब में डाउनलोड कर लिया गया है.